रीवा।
मऊगंज जिले के रतनगवां में असमाजिक तत्वों द्वारा सभी हदें पार करने का एक मामला सामने आया है. जो भी इस दिल दहला देने वाली घटना को सुनेगा वह आक्रोशित हुए बिना नहीं रह पाएगा। जहां अज्ञात आरोपियों ने धारदार हथियार से बेरहमी के साथ एक गाय के दोनो पैर और जीभ काटकर उसे खेत में फेक दिया,जो की खेत मे पड़ी तड़प रही है। आवारा घूम रही गाय के दोनो पैर और जीभ धारदार हथियार से काटे गए हैं और यह गाय पांच दिन से खेत मे पड़ी तड़प रही है।
पांच दिनों से खेत में तड़प रही गाय
बता दें कि ग्राम पंचायत के सरपंच सहित ग्रामीणों ने टोल फ्री नंबर 1962 पर फोन कर पशु एंबुलेंस को बुलाया था, पर एंबुलेंस के कर्मचारियों ने शुल्क बसूल कर मरहम लगाकर भाग गए,अब यह गाय 5 दिन से खेत में पड़ी जिदंगी और मौत के बीच जूझ रही है।
सरकारी सिस्टम पर उठ रहे सवाल
गौसेवा और उनकी रक्षा पर सरकार द्वारा करोड़ो रुपए खर्च किए जाने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। लेकिन जिस तरह एक गाय खेत में पड़ी तड़प रही है। उससे सरकारी सिस्टम पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं,मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने दो माह पूर्व एक आदेश जारी करते हुए निर्देश दिए थे कि आवारा मवेशी अगर सड़कों पर घूमते पाए जाएंगे तो संबंधित कर्मचारियों की खिलाफ कार्यवाही होगी, नगरीय क्षेत्र में नगर परिषद के सीएमओ और पंचायत क्षेत्र में जनपद सीईओ इसके जवाबदार होंगे,पर कलेक्टर के आदेश का मऊगंज जिले मे जिम्मेदारों द्वारा कितना पालन किया जा रहा है, क्रूरता की शिकार यह गाय उसकी पोल खोल रही है।