जयपुर.
बायतु विधानसभा सीट पर कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी का मुकाबला आरएलपी के उम्मेदाराम और बीजेपी के बालाराम मूड से है। विधानसभा चुनावों के लिए टिकटों का ऐलान होने के बाद से ही हरीश चौधरी के लिए इस बार का चुनाव सबसे टफ माना जा रहा था। आरएलपी के उम्मेदाराराम ने यहां कांग्रेस -बीजेपी के वोटबैंक में सेंधमारी करते हुए दोनों प्रमुख पार्टियों का चुनावी गणित बिगाड़ दिया था। 2018 विधानसभा चुनाव में भी इस सीट पर हरीश चौधरी और आरएलपी के उम्मेदाराम के बीच मुकाबला हुआ था।
इसमें हरीश चौधरी ने करीब 13000 वोटों से जीत दर्ज की थी। वहीं आरएलपी के उम्मेदाराम दूसरे और बीजेपी के कैलाश चौधरी तीसरे स्थान पर रहे थे। बायतु सीट पर करीब 35 हजार से ज्यादा एससी वोट हैं। पिछले चुनावों में बीएसपी प्रत्याशी किशोर सिंह इसमें से 27 हजार से ज्यादा वोट लेकर गए थे। इस बार आरएलपी ने यहां दलितों की अगुवाई करने वाली आज समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया है। यदि आरएलपी इस गठबंधन से एससी वोट अपने खाते में ट्रांसफर करवा पाती है तो हरीश चौधरी के लिए मुश्किलें बढ़ना तय है।
लेकिन क्यों निश्चिंत नजर आ रहे हैं हरीश चौधरी
मतदान के बाद कांग्रेस के हरीश चौधरी ने अपने फेसबुक हैंडल से कैरमबोड खेलते हुए तस्वीर भी साझा की है। सियासी हलकों में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। मतदान से पहले इस सीट पर हरीश चौधरी और आरएलपी के उम्मेदाराम बेनीवाल के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही थी। लेकिन अब बताया जा रहा है कि बीजेपी के उम्मीदवार बालाराम मूढ़ ने भी आरएलपी के वोटबैंक में बड़ी सेंधमारी की है। यदि ऐसा हो गया तो हरीश चौधरी संकट से बाहर आ सकते हैं।