भरतपुर.
राजस्थान के भरतपुर में खेत में कचरा फेंकने से नाराज लोगों द्वारा निजी स्कूल के शिक्षक और बच्चों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। मारपीट में दो शिक्षक सहित बारह बच्चे घायल हो गए हैं। सूचना पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने घायल शिक्षक और बच्चों को एंबुलेंस के जरिए डीग चिकित्सालय में भर्ती कराया है। दोनों शिक्षकों की गंभीर हालत होने पर उन्हें जिला अस्पताल भरतपुर रेफर कर दिया है।
बच्चों और निजी स्कूल शिक्षकों के साथ हुई मारपीट की जानकारी मिलते ही एसडीएम भी अस्पताल पहुंचे और घायलों से कुशलक्षेम पूछा। साथ ही मौके पर तहसीलदार को हकीकत जानने के लिए भेजा। जानकारी के मुताबिक, डीग सदर थाना क्षेत्र के गांव बदन गढ़ में सरस्वती जमुना बाल मंदिर नाम का एक निजी स्कूल संचालित है। स्कूल के पास गांव गहनावली निवासी नवल सिंह का खेत है, जिसमें निजी स्कूल के शिक्षकों के द्वारा नवल सिंह के खेत में कचरा फेंका जाता था। नवल सिंह के द्वारा बार-बार शिकायत के बाद भी कचरा फेंकना बंद नहीं हुआ। इसी बात से नाराज होकर नवल सिंह शिक्षकों से शिकायत करने स्कूल पहुंचा था। इसी बात को लेकर के शिक्षकों और नवल सिंह के बीच कहासुनी के बाद हाथपाई हो गई। इसके बाद मामला शांत हो गया और थोड़ी देर बाद नवल सिंह अपने साथ कुछ लोगों को लेकर दोबारा से स्कूल में पहुंचा। जंहा शिक्षकों के साथ जमकर मारपीट की गई। इस झगड़े में पुनीत और उदय सिंह नाम के शिक्षकों के साथ बारह स्कूली बच्चे घायल हो गए हैं।
सूचना पर सदर थाना प्रभारी करण सिंह राठौड़ बल के साथ मौके पर पहुंचे। घायल शिक्षक और बच्चों को एंबुलेंस की सहायता से डीग चिकित्सालय लेकर आए। जहां दोनों शिक्षकों की गंभीर हालत होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है और बच्चों का इलाज डीग जिला अस्पताल में जारी है। स्कूल में शिक्षक और बच्चों के साथ हुई मारपीट की सूचना मिलते ही एसडीएम डॉ. रवि गोयल भी मौके पर अस्पताल पहुंच गए। जहां उन्होंने शिक्षक और बच्चों से बातचीत करने के साथ तहसीलदार और थाना प्रभारी को हकीकत जानने के लिए गांव भेजा। थाना प्रभारी द्वारा शिक्षक और बच्चों के साथ मारपीट के मामले में गोविंद और योगेश नाम के दो व्यक्तियों को शांति भंग करने के मामले में लिए गिरफ्तार किया है। पूरे मामले की हकीकत जानने के लिए तहसीलदार और पुलिस के द्वारा जांच की जा रही है।