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उफ ये बेबसी, दर्द भी बयां नहीं कर पा रहे हमास के चंगुल से छूटे इजरायली, अपनों को देख निकल रहे आंसू

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यरुशलम
हमास की पकड़ से छूटे घंटों बीत चुके हैं, लेकिन उन बंधकों की दर्दभरी यादें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। आतंकी संगठन के चंगुल से निकलने के बाद 58 बंधकों की हालत खराब है। इनमें से कई तो अभी भी हॉस्पिटल में हैं। उनकी यादों में बेड के तौर पर प्लास्टिक चेयर, खाने में ब्रेड के टुकड़े और चावल और बाथरूम लगने पर घंटों का इंतजार। सात हफ्तों तक हमास के बंधक के तौर पर बिताने के बाद यह लोग आजाद तो हो गए हैं, लेकिन इनके जेहन से वह बुरी यादें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं।

बात कर पाने की हालत में नहीं
हमास से आजाद होने के बाद तमाम बंधक फिलहाल बाहरी लोगों से कुछ बात कर पाने की हालत में नहीं हैं। हालांकि उन्होंने अपने परिजनों से अपना दर्द बयां किया है। अब इनके परिवार के लोग इसे साझा कर रहे हैं। मेराव रविव के तीन रिश्तेदारों को शुक्रवार को हमास ने आजाद किया। उन्होंने बताया था कि बंधकों को कभी भी वक्त पर खाना नहीं मिलता था। खाने में भी इन्हें केवल ब्रेड और चावल दिया जाता था। मेराव ने बताया कि उनकी कजिन और आंटी, केरेन और रुथ मुंडेर का वजन 50 दिनों में ही करीब सात किलो कम हो गया।

बंधकों से झूठ बताया गया
कुछ ऐसी ही बातें 85 साल की याफा अडार की पोती अद्वा अडार ने भी बताई हैं। अडार ने बताया कि उनकी दादी से बताया गया था कि परिवार के सभी लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि बाहर आने के बाद सबको सही सलामत पाकर वह खुश थीं। लेकिन उनका घर हमलों में तबाह हो चुका है, जिसका उन्हें काफी ज्यादा दुख है। यही वह घर है, जिसमें उन्होंने अपने बच्चों को पाला था, जहां पर उनकी तमाम यादें थीं, लेकिन अब घर तबाह होने के बाद अब वह सारी यादें भी मिट चुकी थीं।

कई बंधक किए गए रिहा
हमास शासित क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बंधकों को बंदी बनाए जाने के बाद से 50 दिनों में, इजरायल ने गाजा पट्टी को जमीन और हवाई हमले के साथ तबाह कर दिया है। इसमें करीब 13,300 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। मौजूदा चार दिवसीय संघर्ष विराम के तहत, हमास इजरायल के 150 फिलिस्तीनी सुरक्षा कैदियों को रिहा करने के बदले में कुल 50 इजरायली बंधकों को रिहा करने पर सहमत हो गया है। कुल 18 विदेशी नागरिकों को भी रिहा किया गया है, जिनमें ज्यादातर थाईलैंड के नागरिक हैं। संघर्ष विराम के अंतिम दिन सोमवार को 11 और बंधकों को रिहा किया जाएगा, जिससे गाजा पट्टी में करीब 180 बंधक रह गए हैं।