जबलपुर
भीटा, उमरिया, कजरवारा, टेमर के किसानों में भारी आक्रोश है। के खेतों में रखी हजारों क्विंटल धान में से चोरों द्वारा 24-25 नवंबर के बीच की रात में करीब 50 क्विंटल धान चोरी कर ली गई। यहां के किसानों के कृषि पंपों से बिजली की केबल काट कर चोरी की जा रही है, नोजल, कल्टिवेटर, पाइप की चोरी की जा रही है।
अवैध कब्जा कर रहे रोहंगिया
वन विभाग की जमीन में पश्चिम बंगाल से आए रोहंगिया ने अवैध रूप से जंगल में अतिक्रमण कर बिल्डिंग बना कर बेचने का धंधा किया जा रहा है, डेरा में गधे लेकर आए रोहंगिया इस भेड़-बकरी के साथ रात्रि में अवैध कार्य भी कर रहे है। जंगली पौधों को खराब कर रहे हैं। जंगल सुरक्षा के लिए लगाई गई जालियां काट कर मकान बनाए जा रहे है, मुनायरे उखाड़ कर अलग कर रहे है, चोरी की बिजली जला रहे, अवैध रूप से ईपिक कार्ड, आधार कार्ड, राशन कार्ड बनवा रहे है, यहां हो रही चोरियों में इनके भी हाथ हो सकते है। इस संबंध में किसानों ने प्रशासन से जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित किसान परेशान
खुले में पिगरी, उमरिया के किनारे बैजनाथ यादव के खेत के पास रखी धान के लगे ढेर में से चोर धान चोरी करके ले गए, गई से किसानों के पंपों में लगी केबिल भी काट कर चोरी की गई है, यहां पर किसानों द्वारा जो अपनी धान पर निशान लगाए गए थे उन निशानों के बीच में से धान चोरी दिखाई दे रही है। किसानों की धान सोसाइटी में नहीं खरीदी जा रही है इसलिए खुले में धान रखी है, धान मजबूरी में खेतों में डालने के लिए किसान मजबूर है, मेहनत से पैदा की गई इस फसल की हो रही चोरी से किसान भारी परेशान हैं।
गश्त की मांग
किसानों को राहत देने के लिए प्रशासन को चाहिए की चोरी रोकने के लिए राजस्व विभाग या पुलिस विभाग के अधिकारियों को किसानों की धान जहां खेतों में खुली पड़ी हुई है उसी जगह पर सुरक्षा की दृष्टि से गश्त लगाने के निर्देश जारी किए जाएं शासन से यह भी मांग है कि शासन तत्काल सोसाइटी में धान खरीदना प्रारंभ कर दे, जिससे किसान अपनी धान सोसाइटी में ले जाकर के बेच सकें।क्षेत्रीय किसान सोहन लाल यादव, रज्जू पटेल, राजकुमार पटेल, अभय उपाध्याय, बालकुमार चौकसे, राजेश चौकसे, अशोक पटेल, गुड्डू पटेल, मुकेश पटेल ठेकेदार ने चोरों के विरुद्ध कार्रवाई करने एवं किसानों को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है।