Home मध्यप्रदेश परिणाम से पहले ही कांग्रेस के बदले तेवर, ब्यूरोक्रेसी को चेतावनी

परिणाम से पहले ही कांग्रेस के बदले तेवर, ब्यूरोक्रेसी को चेतावनी

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भोपाल

विधानसभा चुनाव परिणाम आने में  भले ही महज छह दिन बचे हो लेकिन कांग्रेस का कॉन्फिडेंस दिन पे दिन बढ़ता ही जा रहा है। कांग्रेस का हरेक उम्मीदवार कमलनाथ के कमिटमेंट के साथ आम जनता से संवाद कर रहा है। स्वयं पीसीसी चीफ भी कांग्रेस के उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं से दो टूक शब्दों में कह रहे है कि परिणाम आने में भले ही कुछ दिन बचे हो, लेकिन कांग्रेस की सरकार आते ही प्रदेश में न्याय और सुशासन को कांग्रेस स्थापित करेगी। क्योंकि 2018 के मॉडल कमलनाथ नहीं है कमलनाथ अब 2023 के मॉडल हो चुके है। जब ऐसा आत्मविश्वास कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के पास है तो जाहिर सी बात है कि कांग्रेस के उम्मीदवारों के पास इससे ज्यादा आत्मविश्वास होगा।

कांग्रेस के कमोवेश सभी वरिष्ठ नेता सार्वजनिक तौर पर यह दावा करते हुए अघाते नहीं है कि कांग्रेस के खाते में 130 से लेकर 150 सीट आ रही है। प्रदेश में दुबारा आपरेशन लोटस होने की गुंजाइश को भी एक सिरे से खारिज करते है। मतदान का परिणाम जो भी हो कांग्रेस भी अपने बी प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता उन नेताओं से संपर्क साधने में लगे हुए हैं जो भाजपा और कांग्रेस से बागी होकर मैदान में है। साथ ही कांग्रेस बसपा और सपा के उम्मीदवारों से भी कांग्रेस अपना संपर्क बनाए हुए है। कांग्रेस इन पार्टियों के दिग्गजों से लगातार संवाद बनाए हुए है। प्रदेश में अगर समर्थन की जरूरत पड़ती है इन दलों का समर्थन लिया जा सकें। मतदान के दौरान प्रदेश के कुछ अधिकारियों ने भाजपा के उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार किया है। कांग्रेस ऐसे अधिकारियों की एक लंबी सूची तैयार कर ली है। सरकार में आने के बाद कांग्रेस यह दावा भी कर रही है ऐसे सभी अधिकारियों की कांग्रेस खबर लेगी। हालांकि विधानसभा चुनाव परिणाम कैसा होगा इसके बारे में अभी सहज अंदाजा लगाना मुश्किल है।

सोशल मीडिया पर कांग्रेसी कसने लगे तंज
विधानसभा चुनाव परिणाम भले ही सामने नहीं आया हो लेकिन कांग्रेस के मीडिया विभाग से जुडेÞ कांग्रेस के नेता अभी से भाजपा पर तंज कसने लगे है। जनता की खामोशी को कांग्रेस अपनी ताकत मानकर सत्ता में वापसी का रास्ता देख रही है। सत्ता वापसी का सपना देखना हरेक राजनीतिक दल का नैतिक कर्तव्य होता है। हालांकि भाजपा को इतना कमजोर आंकना कांग्रेस के लिए उचित नहीं है। लेकिन अतिउत्साह में कांग्रेस के नेता अभी से सोशल मीडिया पर भाजपा की विदाई की गीत गाना शुरू कर दिए है। भाजपा के दिग्गजों को पद भी बांटने लगे है।