ओलंपियन ऑस्कर पिस्टोरियस को पैरोल, जनवरी 2024 में रिहा किया जाएगा
प्रिटोरिया
ओलंपिक और पैरालंपिक धावक ऑस्कर पिस्टोरियस को पैरोल दे दी गई है और वह 5 जनवरी को जेल से रिहा हो जाएंगे। पिस्टोरियस अपनी प्रेमिका रीवा स्टीनकैंप की हत्या के आरोप में 2014 से जेल में थे।
अपने कार्बन-फाइबर कृत्रिम पैरों के लिए ब्लेड रनर के रूप में भी जाने जाने वाले पिस्टोरियस ने पैरालिंपिक में कई स्वर्ण पदक जीते और फिर लंदन 2012 ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा की। उसने 2013 में वेलेंटाइन डे पर स्टीनकैंप को गोली मार दी थी। रीवा, जो 29 वर्ष की थी जब उसकी हत्या की गई थी, वह एक कानून स्नातक और सफल मॉडल थी।
पिस्टोरियस को शुरू में 2014 में एक उच्च न्यायालय द्वारा गैर इरादतन हत्या के लिए पांच साल की जेल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन अभियोजकों की अपील के बाद 2015 के अंत में सुप्रीम कोर्ट ऑफ अपील ने उन्हें हत्या का दोषी पाया।
हाई कोर्ट की सजा के बाद 2016 में उन्हें छह साल के लिए जेल भेज दिया गया था। 2017 में, सुप्रीम कोर्ट ने उसकी हत्या की सजा को दोगुना कर 13 साल और पांच महीने कर दिया।
इससे पहले मार्च में, द गार्जियन ने बताया था कि चूंकि पिस्टोरियस ने पैरोल के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए आवश्यक समय जेल में नहीं बिताया था, इसलिए उनकी रिहाई के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया था।
हालाँकि, पिस्टोरियस की सजा को नवंबर 2017 के बजाय जुलाई 2016 तक वापस कर दिए जाने के बाद, एक संवैधानिक अदालत ने अक्टूबर में फैसला किया कि उन्होंने इस साल 21 मार्च तक अपनी आधी सजा पूरी कर ली है, जिससे वह पैरोल के लिए पात्र हो गए।
घरेलू मुख्य कोचों के लिये क्रेग फुल्टोन का कोचिंग सत्र
चेन्नई
भारतीय पुरूष हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टोन ने 13वीं सीनियर पुरूष राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में भाग ले रही सदस्य ईकाइयों के मुख्य कोचों के लिये एक कोचिंग सत्र आयोजित किया। यह सत्र यहां मेयर राधाकृष्णन हॉकी स्टेडियम पर शुक्रवार को आयोजित किया गया। इससे कोचों को एक दूसरे का ज्ञान और अनुभव बांटने का मौका मिला।
फुल्टोन ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘मैं घरेलू कोचों से बात करके बहुत संतुष्ट हूं। हमने आपसी चर्चा से बहुत कुछ सीखा। कोचिंग का स्तर लगातार बेहतर करते रहने की जरूरत है। इससे खिलाड़ियों को भविष्य के लिये खुद को तैयार करने में काफी मदद मिलेगी।’’ इसमें भाग लेने वाले प्रमुख कोचों में सुमित बाथम (झारखंड), विनय किशोर (उत्तराखंड), दलजीत सिंह (पंजाब), मुकेश कुमार (हरियाणा), येंडाला सागर (तेलंगाना), सतेंदर शर्मा (दिल्ली), एम रिनाश मेतेइ (मणिपुर) और दीपक सैनी (अरूणाचल प्रदेश) शामिल थे।
अंतरराष्ट्रीय ब्रेक के बाद मैदान पर उतरेंगे चेन्नइयन एफसी और ईस्ट बंगाल एफसी
चेन्नई
अंतरराष्ट्रीय ब्रेक के बाद इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) 2023-24 शनिवार, से चेन्नई स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में फिर से शुरू होने जा रही है, जहां चेन्नइयन एफसी अपने घर पर ईस्ट बंगाल एफसी की मेजबानी करेगी। कभी-कभी मैचों के परिणाम किसी टीम के मैदान पर असल खेल को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं और इन दोनों टीमों का अब तक का सीजन कुछ इसी तरह का रहा है।
इन दोनों ने मैदान पर अपनी क्षमता की झलक दिखाई है लेकिन अक्सर मैचों का अंत दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से उनके पक्ष में रहा है। दोनों क्लब ब्रेक के बाद नए सिरे से शुरुआत करने के लिए तैयार हैं और अनुभवी प्रशिक्षकों की देखरेख में वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए उत्सुक होंगे।
चेन्नइयन एफसी के मुख्य कोच ओवेन कॉयल ने मैच से पहले कहा, "हमने पिछले दो हफ्तों में वास्तव में कड़ी मेहनत की है और हम एक और घरेलू मुकाबला खेलने को तैयार हैं। हम एफसी गोवा के खिलाफ नतीजे से निराश थे, लेकिन ऐसी कुछ चीजें रही थीं जो निश्चित रूप से हार के लिए जिम्मेदार थीं। हमने अपने ऊपर कुछ आसान गोल होने दिए, कुछ डिफ्लेक्शन भी हुए। हालांकि हमने मौके बनाए लेकिन पिछले कुछ हफ्तों ने हमें कई अलग-अलग मुद्दों पर काम करने का मौका दिया है, इसलिए हम एक कठिन मुकाबले की उम्मीद कर रहे हैं, तरोताजा होकर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।"
ईस्ट बंगाल एफसी के मुख्य कोच कार्ल्स कुआड्राट ने प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमें अधिक अंक पाने के लिए कुछ प्रतिस्पर्धी कारकों में सुधार करना होगा। इसलिए, हम सतर्क हैं क्योंकि पिछले तीन मैचों में दो गोल खाने से अंक प्राप्त करना मुश्किल हो गया है। लालचुंगनुंगा और महेश सिंह नौरेम राष्ट्रीय टीम के साथ थे, लेकिन हम उक्त मुद्दे पर बाकी खिलाड़ियों के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं।"
बता दें कि दोनों टीमों के बीच अब तक 6 मुकाबले खेले गए हैं। जिनमें से चेन्नइयन एफसी ने 2 जीते हैं, ईस्ट बंगाल एफसी को एक भी जीत नहीं मिली है। 4 मैच ड्रा रहे हैं।