हरदोई
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में दो दुल्हनों ने दो सगे भाइयों के साथ विवाह किया और सुहागरात से पहले ही खीर में नशीला पदार्थ मिलाकर खिला दिया. इसके बाद नगदी और जेवर लेकर फरार हो गईं. शादी के लिए दोनों सगे भाई का रिश्ता एक दलाल के जरिए तय हुआ था. दलाल को 80 हजार रुपए दिए थे. लड़कियों को लेकर दलाल शादी करने लड़कों के गांव पहुंचा था. शादी से पहले ही उसने निर्धारित रकम दूल्हों से लेने के बाद दोनों की गांव के एक मंदिर में शादी कराई. रीति-रस्म पूरी होने के बाद दुल्हनें अपनी ससुराल पहुंचीं और वहां ससुरालीवालों और अपने पतियों को खीर बनाकर खिलाई. खीर में नशीला पदार्थ मिला दिया और जब अगले दिन दूल्हे और उनके घर के लोग सोकर उठे तो दुल्हन घर का जेवर, नकदी और कीमती सामान लूटकर फरार हो चुकी थी. सुहागरात से पहले ही दुल्हनों और दलाल के हाथ लूटे गए दूल्हों ने पूरे मामले में पुलिस से फरियाद लगाई है. दुल्हनों के लूट और ठगी की इस घटना के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
दरअसल, हरदोई के टड़ियावां इलाके के भड़ायलगांव के रहने वाले नरेश पाल के दो पुत्र प्रदीप और कुलदीप हैं. इसके अलावा नरेश पाल की पत्नी शिवकन्या नेत्रहीन है. 30 और 27 साल के पुत्रों की शादी न हो पाने की वजह से पूरा परिवार परेशान था. एक पुत्र प्रदीप दिल्ली में एक ताला बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता है. जबकि दूसरा गांव में ही रहता है. प्रदीप दिल्ली में शादी की बात को लेकर अपने गांव के ही इकबाल नाम के एक व्यक्ति के संपर्क में आया. इकबाल ने दोनों भाइयों की शादी कराने की बात की.
प्रदीप की इकबाल से फोन पर बात हुई. उसने दोनों की शादी कराने के नाम पर 90 हजार रुपए की मांग की लेकिन किसी वजह से बात नहीं बनी. परिवारवालों के मुताबिक, इकबाल ने उसका और उसकी मां का नंबर कुछ और लोगों को दे दिया. जिसके कुछ दिन बाद प्रदीप की मां शिवकन्या के पास एक कॉल आया.
फोन करने वाले ने अपना नाम रवि उर्फ़ राजकुमार बताते हुए खुद को सीतापुर जिले का रहने वाला बताया और उसने बताया कि वह प्रदीप की शादी करा देगा, जिस पर उसकी मां ने अपने दूसरे पुत्र के बारे में भी शादी करने को कहा तो रवि ने उनसे कहा कि लखीमपुर जिले के धौरहरा की दो सगी बहनें हैं, जिसे वह आपके दोनों पुत्रों की शादी कर देगा. लेकिन इसके लिए उन्हें उसे 80 हजार रुपए देने पड़ेंगे. दोनों पुत्रों की दो सगी बहनों से शादी की बात सुनकर शिवकन्या ने शादी के लिए हां कर दी. इसके बाद उसने दोनों लड़कियों के फोटो शिवकन्या को भेज दिए गए.
लड़कियों के फोटो मिलने के बाद परिवार ने शादी के लिए सहमति दे दी. इसके बाद रवि उर्फ राजकुमार ने दुल्हनों के लिए शादी में परिवार वालों से जेवर बनवाने को कहा. परिवार वालों के मुताबिक, करीब 1 लाख रुपए के जेवरात दुल्हनों के लिए बनवाए. इसके बाद 21 नवंबर को रवि उर्फ़ राजकुमार दोनों लड़कियों को लेकर भड़ायल गांव पहुंच गया. जहां पर एक रात रुकने के बाद अगले दिन 22 नवंबर को दोनों भाइयों से पहले अपनी तय रकम ली और फिर उसके बाद गांव के एक मंदिर में गांववालों की मौजूदगी में विधिवत प्रदीप की शादी पूजा से और कुलदीप का विवाह आरती से विधि-विधान के साथ हो गया.
मंदिर में विवाह की रस्म होने के बाद नवविवाहित दंपती अपने घर ससुराल पहुंच गए. परिवारवालों के मुताबिक, घर पहुंचने पर दोनों दुल्हनों ने अपने दूल्हों और घर के सभी सदस्यों के लिए खीर बनाई. खीर खाने के बाद परिवार के लोग बेसुध हो गए और जब अगले दिन सुबह जब परिवारवालों की आंख खुली तो दोनों लुटेरी दुल्हनें शादी का जेवर, नकदी और घर में रखा कीमती सामान लूटकर रफूचक्कर हो चुकी थीं. परिवारवालों ने दुल्हनों और ठग रवि की तलाश की. लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चला. इसके बाद दूल्हों ने पुलिस में लुटेरी दुल्हनों और उनको लेकर पहुंचे ठग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
लुटेरी दुल्हनों और दलाल के हाथ ठगी की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी इस पूरी वारदात से हैरान है. पुलिस के मुताबिक पूरे मामले में शिकायत दर्ज कर ली गई है और गहराई से जांच करके आरोपियों की गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा.