जयपुर.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है। इससे पहले कांग्रेस-भाजपा ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। दोनों ही पार्टियों के बड़े नेता प्रदेश में धुंआधार चुनाव प्रचार में जुटे हैं। राहुल गांधी एक दिन में तीन-तीन सभाएं कर रहे हैं और पीएम मोदी पर सीधा हमला बोले रहे हैं। अदाणी का नाम लेकर भी पीएम मोदी पर निशाना साधा जा रहा है। राहुल गांधी 'पनौती' शब्द का इस्तेमाल भी कर चुके हैं। 15 लाख रुपये को लेकर पीएम को झूठा बता चुके हैं। कांग्रेस सात गारंटियों के अलावा तमाम घोषणाओं के साथ चुनावी मैदान में उतरी है, लेकिन पार्टी के स्टार प्रचारक राहुल गांधी की चुनावी सभाओं में अन्य मुद्दे भी छाए हुए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गंगानगर में कहा- मैं आपको 15 लाख वाला झूठ नहीं बोलूंगा, वो नरेंद्र मोदीजी बोलते हैं उन्हें बोलने दीजिए। राहुल गांधी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा- पीएम का मतलब है पनौती मोदी। उन्होंने विश्व कप के फाइनल मैच का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे लड़के अच्छा खासा वर्ल्ड कप जीत रहे थे। लेकिन, उन्हें हरवा दिया।
राहुल गांधी के भाषणों में किन बातों का जिक्र –
कांग्रेस नेता राहुल गांधी राजस्थान में एक दिन में तीन-तीन सभाएं कर रहे हैं। क्षेत्रीय मुद्दों का जिक्र छोड़ दें तो उनकी ज्यादातर सभाओं के भाषण एक समान होते हैं। इसमें उद्योगपति अदाणी का नाम लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर सीधा हमला बोलते हैं। इसे लेकर वे जेब कतरे की कहानी लगभग हर सभा में सुना रहे हैं। कहते हैं- 'जेब काटने के लिए तीन लोग आते हैं। एक जेब कतरा ध्यान भटकाने की कोशिश करता है। दूसरा पीछे से अकार जेब काटता है। तीसरा खड़ा होकर देखता रहता है और आक्रमण करने की फिराक में रहता है। जेब कतरे की तरह ध्यान भटकने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। जेब काटने वाले अदाणी है और लाठी मारने वाले अमित शाह हैं। राहुल पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी का मतलब अदाणी की गारंटी बताते हैं। कहते हैं- मोदीजी अदाणी और अंबानी का काम करते हैं। अदाणी-अंबानी इनका चेहरा टीवी पर दिखाते हैं और ये जीएसटी का सारा पैसा उधर भेज देते हैं। राहुल गांधी के भाषण में कम से कम एक बार ओबीसी का जिक्र होता है। वे पिछड़े वर्ग को लेकर भी पीएम मोदी पर निशाना साधते हैं।
राहुल कांग्रेस की सरकार बनने पर राजस्थान समेत देश भर में जाति जनगणना कराने का वादा करते हुए कहते हैं कि भारत सरकार में सिर्फ 90 सचिव हैं, जिनमें केवल तीन ओबीसी समुदाय से आते हैं और वे सिर्फ पांच प्रतिशत बजट नियंत्रित करते हैं। अगर, केंद्र सरकार 100 रुपये खर्च करती है तो पिछड़े वर्ग के अफसर सिर्फ 5 रुपये खर्च करने का निर्णय लेते हैं। पिछड़ों की आबादी 50 फीसदी होते हुए भी हिस्सेदारी बहुत कम है। उसके बाद भी मोदी कहते हैं कि पिछड़ों की सरकार चला रहे हैं। अगर, पिछड़े वर्ग की सरकार होती तो 45 फीसदी अफसर भी उनके होते।
इन मुद्दों को लेकर भी पीएम और भाजपा निशाने पर
राहुल गांधी अपनी सभाओं में जीएसटी, फसल बीमा योजना, अग्निवीर, महंगाई, बेरोजगारी, पेट्रोल-डीजल के दाम, किसानों, दलित और आदिवासियों को लेकर भी पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा पर हमलावर रहते हैं।
गहलोत सरकार की योजनाओं का प्रचार, चिरंजीवी और ओपीएस पर फोकस
चुनावी सभाओं में राहुल गांधी गहलोत सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ करते हैं। चिरंजीवी योजना के तहत 50 लाख तक के इलाज का जिक्र करते हैं। ओपीएस बंद करने को लेकर पीएम मोदी पर हमला बोलते हैं। कहते हैं- भाजपा की सरकार बनी तो गहलोत सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया जाएगा।