जयपुर.
राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीती देर शाम को अचानक दौसा स्थित कांग्रेस प्रत्याशी मुरारी लाल मीणा के कार्यालय पर पहुंचे। वहां मुख्यमंत्री को अचानक कार्यालय पर देखकर कार्यकर्ता भी सोच में पड़ गए कि आखिर बिना किसी तय कार्यक्रम के मुख्यमंत्री गहलोत मुरारी लाल मीणा के कार्यालय क्यों पहुंचे? दौसा पहुंचकर उन्होंने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में जो मंत्रियों ने मांगा सब दिया है, अब जनता की बारी है।
मुरारी लाल मीणा को जीताने का आह्वान करते हुए गहलोत बोले की लंबी लिस्ट थी, विकास कार्यों की फिर भी मुरारीलाल ने विकास के लिए जो मांगा वो दिया है। कांग्रेस प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय में कार्यकर्ताओं से गहलोत ने कहा कि राजनीति में कर्मठ, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की जरूरत है। कांग्रेस की प्रदेश में सरकार तब बनेगी, जब यहां दौसा से मुरारी लाल जीतेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जिले की पांचों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब जनता का मूड बन चुका है। वह सरकार रिपीट करेगी। विरोधियों पर निशाना साधते हुए बोले की हिम्मत है तो सरकार की योजनाओं में खामी बताएं और इन पर चर्चा करें। पहले गहलोत सिकराय विधानसभा क्षेत्र के गंडरावा गांव में चुनाव सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। गहलोत बोले कि भाजपा को राजस्थान में कांग्रेस सरकार न गिरा पाने का दर्द है। बीजेपी राज में 22 बार फायरिंग हुई और 72 लोगों की जान गई। मुद्दा महंगाई और बेरोजगारी का है, उस पर कोई बात नहीं करता।