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ग्रामीण वनाधिकार व राजस्व पट्टा के लालच में वनों की कर रहे हैंकटाई

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नारायणपुर.
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर अबूझमाड़ के कुंदला ग्राम के समीप के वनों में इन दिनों अवैध कटाई जोरों से चल रही है। यह जंगल पूर्व सोनपुर परिक्षेत्र के रिजर्व फारेस्ट के कक्ष क्रमांक 25/30 के अंतर्गत आता है, जहां ग्रामीण वनाधिकार और राजस्व पट्टा के लालच में वनों की बेधड़क कटाई कर रहे हैं। साथ ही फर्नीचर के लिए भी जंगल से बड़े पैमाने पर इमारती लकडि?ों को काटा जा रहा है। राजनैतिक लाभ के लिए ग्रामीण वनाधिकार और राजस्व पट्टा का वितरण वन क्षेत्र के लिए घातक हो रहा है। ग्रामीण वृक्षों को काटने से पहले उसे सुखाने के लिए पेड़ों के गर्डलिंग का तरीका अपना रहे हैं। इसके लिए जड़ से कुछ ऊपर पेड़ को चारों तरफ से छील दिया जाता है, जिससे पेड़ तेजी से सुख जाता है।

शिकायतकर्ता पंकज यादव ने बताया कि नारायणपुर-सोनपुर मुख्य मार्ग से लगे हुए जंगलों में स्थानीय ग्रामीण पिछले एक वर्ष से विशाल वृक्षों सहित इमारती लकडि?ों की अंधाधुंध कटाई करने के साथ ही इन स्थलों पर झोपड़ी बनाकर अवैध कब्जा भी कर रहे हैं। शिकायतकर्ता की माने तो वनों की अंधाधुंध कटाई में परिक्षेत्र अधिकारी और उप परिक्षेत्र अधिकारी की भी संलिप्तता है, क्योंकि इसी रास्ते से होकर आए दिन वन अमला सोनपुर तक जाता है, ऐसे में मुख्य मार्ग के दोनों ओर कटे हुए विशाल वृक्षों का जखीरा उन्हें नजर न आना और कटाई कर रहे ग्रामीणों पर किसी प्रकार की कार्रवाही करना इस खेल में उनकी भूमिका को संदिग्ध बनाता है। वन विभाग नारायणपुर के उप वनमंडलाधिकारी अशोक सोनवानी ने कहना है कि ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग की जमीन को पट्टे की जमीन होना बताकर गर्डलिंग किया जा रहा था। जांच जारी है, दोषी पाए जाने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।