Home राज्यों से दिल्ली के मुख्य सचिव मामले में AAP सरकार की नई जांच रिपोर्ट,...

दिल्ली के मुख्य सचिव मामले में AAP सरकार की नई जांच रिपोर्ट, ‘मेटामिक्स से जुड़े साक्ष्य मिटाए…

32

नई दिल्ली  
दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार से जुड़े मामले में दिल्ली सरकार की सतर्कता मंत्री आतिशी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक नई रिपोर्ट भेजी है। इस रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि आईएलबीएस अस्पताल और मेटामिक्स कंपनी से जुड़े साक्ष्यों को मिटाया जा रहा है। साथ ही वेबपोर्टल से उन सभी साक्ष्यों को भी हटाने की कोशिश की जा रही है जो यह दिखाते हैं कि दिल्ली के मुख्य सचिव के बेटे का मेटामिक्स से कोई संबंध है।

साक्ष्य भी दिए : 12 पन्नों की रिपोर्ट में सतर्कता मंत्री ने वो डिजिटल साक्ष्य भी संलग्न किए हैं, जिनमें एक बिजनेस नेटवर्किंग वेबसाइट पर मुख्य सचिव के बेटे को मेटामिक्स का संस्थापक दिखाया गया था, लेकिन कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट से उनका नाम हटा लिया गया है। मंत्री ने कहा कि इससे साफ प्रतीत होता है कि साक्ष्यों को मिटाया जा रहा है।

मनगढ़ंत आरोप लगाए : मेटामिक्स
मेटामिक्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक केडी शर्मा ने शनिवार को कहा कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। हमारी कंपनी में करण चौहान नाम का कोई व्यक्ति न तो हिस्सेदार है और न ही किसी पद पर तैनात है। हम स्टार्टअप के तहत सेवाएं प्रदान कर रहे हैं और जिस वेबसाइट के आधार पर कंपनी पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, उनकी कानून के हिसाब से कोई पहचान व मान्यता नहीं है। तथ्यों की छानबीन किए बिना ही मनगढ़ंत आरोप लगाए जा रहे हैं।  

केजरीवाल ने की मुख्य सचिव को सस्पेंड करने की सिफारिश
बता दें कि, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सतर्कता मंत्री आतिशी की वो रिपोर्ट उपराज्यपाल को भेजी है, जिसमें मुख्य सचिव पर पद का दुरुपयोग करके उस कंपनी और आईएलबीएस अस्पताल के बीच 'लाभप्रद सहयोग' कराने का आरोप लगाया गया है, जिसमें कथित तौर पर उनका बेटा पार्टनर है। सतर्कता मंत्री ने गुरुवार को यह रिपोर्ट केजरीवाल को सौंपी थी। रिपोर्ट में मुख्य सचिव नरेश कुमार को सस्पेंड करने और मामले की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की गई है। वहीं, मुख्य सचिव कुमार ने इन आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि निहित स्वार्थ वाले वे लोग उन पर कीचड़ उछाल रहे हैं, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर सतर्कता कार्रवाई की गई थी।