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हरियाणा की हूडा की अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन में ‘उन्नति’

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नई दिल्ली
साइना नेहवाल और पीवी सिंधु के बाद भारतीय बैडमिंटन में कौन ? फिलहाल तो कोई  इनकी जगह लेते नजर नहीं आ रहा है, साइना नेहवाल 33पार होकर और खेल के लिए अनफिट होकर  कोर्ट से बाहर है, विश्व रैंकिंग में 90 पर चली गई है, पी वी सिंधु ने आर्क्टिक खुली और डेनमार्क खुली स्पर्धा के सेमीफाइनल में खेलकर बेहतर प्रदर्शन की वापसी के संकेत दिए थे, वे विश्व नंबर 10 पर आ भी गई थी,लेकिन फ्रेंच खुली स्पर्धा के दूसरे दौर में फिर पांव चोटिल होने से कुछ माह के लिए फिर अंतरराष्ट्रीय कोर्ट से बाहर हो गई है,
मालविका बंसोड़, आकर्षी कश्यप और अश्मिता चालिया के बीच उन्नति हूडा और अनुपमा उपाध्याय ने संभावनाओं का संसार बनाया, उन्नति हूडा ने जनवरी 2022 में ओडिशा खुली सुपर-100 स्पर्धा जीतकर चकित किया, लेकिन निरंतरता नहीं रही, अब फिर उन्नति हूडा ने लगातार तीन अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के फाइनल खेल और दो खिताब हासिल कर अपनी उन्नति के संकेत दिए हैं.

हरियाणा की उन्नति हूडा ने तीन सप्ताह में विश्व रैंकिंग में 78 स्थानों का सुधार कर ऊंची छलांग लगाई है, अबु धाबी मास्टर्स सुपर -100 स्पर्धा जीतकर उन्नति 24 अक्टूबर2023 को 50 स्थानों का सुधार कर 102 वें स्थान पर आई, बैंगलुरु में इंफोसिस फाउंडेशन भारत अंतरराष्ट्रीय चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा का फाइनल खेलकर उन्नति पहली बार विश्व रैंकिंग में टॉप -100 पर आई,31 अक्टूबर को 12 स्थानों का सुधार कर उन्नति 90वें स्थान पर आई, रायपुर छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ भारत अंतरराष्ट्रीय चैलेंज बैडमिंटन स्पर्धा जीतकर उन्नति ने 16 स्थानों का सुधार किया और 7 नवम्बर 2023को 74वीं विश्व रैंकिंग पर आ गई है,  हूडा की उन्नति ऐसे ही रही तो वे इस साल अंत तक टाप-30 या  टाप-50 में तो जगह जरुर बना सकती है,
नवम्बर और दिसम्बर में ही विश्व टूर की तीन स्पर्धाओं का  आयोजन भारत में ही हैं,28 नवम्बर से 3 दिसम्बर तक लखनऊ में सैयद मोदी भारतीय अंतरराष्ट्रीय सुपर-300 स्पर्धा हैं , जिसमें उन्नति खेलेगी, अभी योग्यता चक्र में हैं और उन्हें सीधे मुख्य चक्र में भी जगह मिल सकती है, फिर  दो सुपर -100 स्पर्धा गुवाहाटी असम में 5 से 10 दिसम्बर तक योनेक्स सनराइज गुवाहाटी मास्टर्स और 12 से 17 दिसम्बर तक  योनेक्स सनराइज ओडिशा मास्टर्स कटक ओडिशा में हैं, इन तीनों स्पर्धाओं का भारतीय खिलाडियों को बहुत फायदा मिलेगा, आकर्षी कश्यप 38 वें, अश्मिता चालिया 50वें, मालविका बंसोड़ 52वें और तान्या हेमंत 52 वें स्थान पर हैं, तस्नीम मीर 12 स्थानों का सुधार कर 60वें स्थान पर आ गई है
उन्नति हूडा की तरह पुरुषों में सतीश कुमार करुणाकरन ने भी तीन सप्ताह में 36 स्थानों का सुधार किया है, वे इंफोसिस फाउंडेशन भारत अंतरराष्ट्रीय चैलेंज और छत्तीसगढ़ भारत अंतरराष्ट्रीय चैलेंज स्पर्धा जीतकर पुरुष एकल में विश्व नंबर 63 हो  गए है, सतीश कुमार करुणाकरन, आध्या वरियथ के साथ मिश्रित युगल में भी 76वीं विश्व रैंकिंग पर पहुंच गए हैं, रवि भी दो सप्ताह में 78 स्थानों का सुधार कर 112 वीं रैंकिंग के खिलाड़ी बन गए हैं.

 विश्व स्पर्धा कांस्य पदक प्राप्त एच एस प्रणोय पुरुष एकल में आठवें और  पूर्व आल इंग्लैंड उपविजेता लक्ष्य सेन 17 वें स्थान पर हैं, किदांबी श्रीकांत 23 वें, प्रियांशु राजावत 30 वें , किरण जार्ज 36वें और मिठुन मंजुनाथ 58 वें स्थान पर हैं , सात्विक साईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी पुरुष युगल में विश्व नंबर 5 है, ट्रेसा जोली और गायत्री गोपीचंद महिला युगल में विश्व नंबर 18 है,

 तान्या ही खेली: पहले दौर में बाहर
कोरिया मास्टर्स सुपर-300 बैडमिंटन स्पर्धा में भारत से अकेली तान्या हेमंत ही खेली, मालविका बंसोड़, अश्मिता चालिया और संकर मुथुसामी ने नाम वापस ले लिया,  तान्या पहले दौर में ही क्वालीफायर दक्षिण कोरिया की किम गा राम से 15-21,10-21 से 32 मिनट में हार गई, पहले क्रम के ताईपेई के चोयु तैन चैन और चौथे क्रम की पाई यु पो पहले दौर में हारे,
अब भारत  के प्रमुख खिलाड़ी इस माह  कुमामोतो जापान मास्टर्स सुपर-500और  चीन मास्टर्स सुपर-750 में खेलेंगे , कुमामोतो, जापान में 14 से 19 नवम्बर तक है,

 पेरा बैडमिंटन खिलाड़ी और प्रशिक्षक बहुत खुश
जापान में ही हुलिक दैहात्सु जापान पेरा अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन स्पर्धा 7 से 11 नवम्बर तक है, भारत के अंतरराष्ट्रीय अंपायर अजेंद्र राय जापान की दोनों स्पर्धाओं में अंपायरिंग करेंगे चौथे एशियाई पेरा खेलो में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय खिलाड़ी  लेवल-2 की जापान और दुबई पेरा अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन स्पर्धा में हिस्सा लेंगे, दुबई में 12 से 17 दिसम्बर तक हैं, दोनों पैरालंपिक पेरिस 2024 के लिए पात्रता स्पर्धा हैं.

होंग्झोयु चीन में चौथे एशियाई पेरा खेलो में बैडमिंटन में आईए एस अधिकारी  सुहास ललिनाकेरे यतिराज (एलवाई) का  स्वर्ण पदक जीतना काफी महत्वपूर्ण है, उप्र के खेल सचिव सुहास ने एस एल-4 पुरुष एकल फाइनल में मलेशियाई मोहम्मद अमिन बुरहानुद्दीन के विरुद्ध तीसरे और निर्णायक गेम में विजयी अंक लम्बी रैली के बाद बेक साइड का जजमेंट लेकर बनाया, उनकी और प्रशिक्षक गौरव खन्ना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, एस एल-3 पुरुष एकल में प्रमोद भगत लगातार दूसरे एशियाई पेरा खेलो में स्वर्ण पदक जीतकर बहुत खुश हैं, टोक्यो पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता 35  वर्षीय प्रमोद भगत ने बताया कि वे फाइनल में  हमवतन नितेश कुमार से  तीसरे और निर्णायक गेम में 13-18 से पीछे थेऔर 21-19 से जीते, एशियाई पेरा खेलो में प्रमोद का यह छठवां पदक हैं,,2014 इंचेओन कोरिया ने कांस्य, 2018 जकार्ता इंडोनेशिया में एक स्वर्ण और युगल में कांस्य एवं इस बार एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक हासिल किए हैं, ओडिशा सरकार ने पदकों की तिकड़ी के लिए प्रमोद भगत को दो करोड़ रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है, प्रमोद और सुहास ने कहा कि अब वे पैरालंपिक पेरिस की तैयारी करेंगे, भारत के मुख्य पेरा बैडमिंटन प्रशिक्षक द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त गौरव खन्ना  चौथे एशियाई पेरा खेलो में भारत की सफलता से बहुत खुश हुए, वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से  लगातार दूसरी बार मिलकर बहुत गदगद हुए, इस बार बैडमिंटन में भारत को 4 स्वर्ण, 4 रजत सहित 21 पदक हासिल हुए हैं, टोक्यो पैरालंपिक 2021की सफलता के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों को  मुलाकात कर सम्मानित किया था.

कर्नाटक उच्च न्यायालय का आदेश स्पर्धाओं के आयोजन के लिए दिशानिर्देश बनाएं
भारतीय बैडमिंटन संगठन और उसकी ईकाइयों के अलावा भी कोई भी स्पर्धाओं का आयोजन कर सकता हैं, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने भारतीय बैडमिंटन संगठन को विश्व बैडमिंटन महासंघ के साथ मिलकर इसके लिए दिशानिर्देश ( गाइडलाइंस)  बनाने के निर्देश दिए हैं,कर्नाटक उच्च न्यायालय के न्यायाधीश आर देवदास ने 8 नवम्बर 2023 को  अपने 32 पृष्ठ के फैसले में कहा है कि  स्पर्धाओं के आयोजन करने और खिलाड़ियों आदि को उसमें हिस्सेदारी से  वंचित नहीं किया जा सकता है, भारतीय बैडमिंटन संगठन ने खिलाडियों, प्रशिक्षकोंऔर तकनीकी को अनधिकृत स्पर्धाओं में हिस्सा लेने से रोकने के लिए सर्कूलर जारी किया था, जिस पर सर्वोच्च न्यायालय ने अगस्त में अस्थाई रोक लगा दी थी, ग्रांप्री बैडमिंटन लीग, बैंगलुरु के आयोजकों ने  दूसरी  लीग को तो नहीं किया लेकिन भारतीय बैडमिंटन संगठन के निर्णय के खिलाफ कर्नाटक उच्च न्यायालय ने याचिका दायर की थी, बिट्स्पोटर्स प्राइवेट लिमिटेड और अन्य की याचिका पर अदालत ने भारतीय बैडमिंटन संगठन को विश्व बैडमिंटन महासंघ के साथ मिलकर छह माह में इस संबंध में दिशा-निर्देश प्रस्तुत करने को कहा है, इसमें पूर्व अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी अरविंद भट्ट भी शामिल हैं.