Home राज्यों से राजेंद्र राठौड़ बोले- PM मोदी और शाह के नाम से क्यों डरते...

राजेंद्र राठौड़ बोले- PM मोदी और शाह के नाम से क्यों डरते हैं गहलोत, वे बयान भी बदल रहे

5

जयपुर.

नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि सीएम गहलोत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नाम से इतना क्यों घबराते हैं। भाजपा के शीर्ष नेताओं का जब भी राजस्थान में दौरा होता है तो सीएम गहलोत के दिल की धड़कन बढ़ जाती है। इसकी बौखलाहट में वे अनाप शनाप बयानबाजी से भी नहीं चूकते है।

उन्होंने कहा कि लाल डायरी के तनाव में गहलोत वाणी पर नियंत्रण खोते जा रहे हैं। जिसके कारण वे आए दिन अपने ही बयान बदल रहे हैं। पहले उन्होंने कहा था कि लाल डायरी जैसा कुछ है ही नहीं, उसके बाद उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि लाल डायरी में लिखा है कि कांग्रेस जीत रही है। अब गहलोत कह रहे हैं कि लाल डायरी केंद्रीय  गृह मंत्रालय की साजिश से बाहर आई है। आखिर गहलोत एक बार अपना स्टैंड क्लियर क्यों नहीं कर रहे है। अब जब लाल डायरी के पन्ने जनता के सामने आ रहे है तो गहलोत की बौखलाहट बढ़ती जा रही है।
 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सात सवालों पर कटाक्ष करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि गहलोत पहले यह जान ले कि देश के हर नागरिक को जीवन बीमा देने का काम केंद्र की मोदी सरकार ने 8 साल पहले ही कर दिया था। हर व्यक्ति के इलाज के लिए केंद्र सरकार आयुष्मान योजना लेकर आई थी, जिसे गहलोत सरकार ने चिरंजीवी योजना के नाम से चलाया है।

ये 500 रुपये में सिलेंडर देने की बात कर रहे हैं, जबकि अभी राज्य सरकार इसके लिए सिर्फ 100 रुपए सब्सिडी दे रही है और करीब 520 रुपये की सब्सिडी केंद्र सरकार दे रही है। ईआरसीपी को लेकर रोज बड़ी बात और दावे करने वाले गहलोत ये भी बता दें कि ईआरसीपी योजना का खाका पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने खींचा था और इसे पूरा भी भाजपा ही करवाएगी। इस योजना के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार का तांडव करने के बाद भी अब तक इसके लिए एक पत्थर तक नहीं लगाया गया है। कांग्रेस राज में हुए भ्रष्टाचार और घोटालों के कारण वे अपराधबोध से ग्रसित हो चुके हैं। राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच को लेकर सवाल उठा रहे हैं। वे जानते हैं कि इस मामले में अपनी विफलता छिपाने के लिए ही उन्होंने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी थी। शायद उन्हें पता नहीं कि मामले में पिछले साल दिसंबर में ही एनआईए ने चार्जशीट पेश कर दी है। अब अदालत में बहस चल रही है।