नई दिल्ली
इजरायल और हमास जंग को 40 दिन हो गए हैं. इजरायल पूरी ताकत से हमास पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. ऐसे में हमास के हमदर्द माने जा रहे ईरान ने दो टूक कह दिया है कि हम आपकी तरफ से इजरायल के साथ इस युद्ध में शामिल नहीं होंगे.
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, खामेनेई ने हमास के प्रमुख से स्पष्ट कह दिया कि नवंबर के शुरुआत में जब हमारी मुलाकात हुई थी, उस समय आपने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमले को लेकर हमें कोई चेतावनी नहीं दी थी. ऐसे में हम आपकी ओर से इस युद्ध में शामिल नहीं होंगे. अयातोल्ला अली खामेनेई ने इस्मायल हानियाह को बताया कि ईरान हमास को अपना राजनीतिक और नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा लेकिन वह सीधे तौर पर युद्ध में दखल नहीं देगा.
खामेनेई और हमास चीफ हानिया की पांच नवंबर की मुलाकात चर्चा में रही थी. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई थी, जब लेबनान में हिजबुल्लाह ने फिलहाल युद्ध से अपने पांव पीछे खींचने का ऐलान किया था. दोनों नेताओं के बीच क्या बात हुई थी, इस पर कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई थी. लेकिन कयास लगाए गए थे कि हमास चीफ ने जंग के लिए ईरान से हथिोयारों के लिए जरूरी मदद मांगी थी.
गाजा में हमास के ठिकानों पर जबरदस्त हमले
इजरायली सेना आईडीएफ का कहना है कि उनकी 8वीं बख्तबंद ब्रिगेड ने उत्तरी गाजा में हमास आउटपोस्ट और ट्रेनिंग कैंप पर हमला कर दिया है. इस दौरान हमास के दर्जनों हथियारों को जब्त किया गया और 30 लड़ाकों को ढेर कर दिया गया. आईडीएफ का कहना है कि उन्होंने असॉल्ट राइफल्स, मिसाइल, मोर्टार, ड्रोन, संचार उपकरण और अन्य तकनीकी इक्विप्मेंट जब्त किए.
7 अक्टूबर से जारी है जंग
सात अक्टूबर को हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दागकर हमला कर दिया था. इसके तुरंत बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया था. इन दो हफ्तों की जंग में गाजा पट्टी पूरी तरह से तबाह हो गई है. इजरायल और हमास जंग में मरने वालों फिलिस्तीनी नागरिकों की संख्या 10 हजार से ज्यादा हो गई है. अब तक गाजा के 23 लाख में से आधे नागरिकों ने अपना घर छोड़ दिया है. हमास के लड़ाकों ने 200 से ज्यादा नागरिकों को बंधक बनाकर रखा है. हमास का दावा है कि इजरायली बमबारी में 50 से ज्यादा बंधकों की मौत हो गई है.