रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रविवार शाम ओड़िशा राज्य के राजा खरियार में राजा ए.टी. हाई स्कूल मैदान में आयोजित खरियार महोत्सव के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। भूपेश बघेल ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्गार में कहा कि छत्तीसगढ़ और ओड़िशा केवल पड़ोसी राज्य नहीं है, बल्कि इनका सदियों से घनिष्ठ और भाईचारा का रिश्ता रहा है। सीमावर्ती राज्य होने के साथ-साथ हमारा जन-जीवन, खान-पान और परम्पराएं भी मिली-जुली हैं। हमारा भाई-भाई का और सुख-दुख का नाता है। आज यहां मैं अपने भाइयों से मिलने आया हूं। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व केन्द्रीय मंत्री भक्त चरणदास ने की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन हमारी संस्कृति का ना केवल संरक्षण करते हैं, बल्कि इन्हें बढ़ाते भी हैं। इसके माध्यम से हमारे कलाकारों और लोक परम्पराओं को भी प्रोत्साहन मिलता है। कार्यक्रम के सभापति के रूप में अधिराज पाणीग्रही ने बताया कि यह लोक महोत्सव छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध महोत्सव में एक है, जिसका आयोजन पिछले 15 वर्षों से हो रहा है। राजा खरियार कला एवं संस्कृति की दृष्टि से प्रसिद्ध स्थान हैं। यहां रंग मंच की सुदीर्घ पुरानी परम्परा है। उन्होंने कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का स्वागत किया और बताया कि यह पहला अवसर है कि इस आयोजन में छत्तीसगढ़ के किसी मुख्यमंत्री ने भाग लिया है। इस पांच दिवसीय सांस्कृतिक आयोजन में देश के छत्तीसगढ़ सहित दस राज्यों के कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कलाकारों को सम्मानित किया और स्वयं भी कार्यक्रम में देर तक बैठकर इसका आनंद लिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में बघेल ने भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्वलित किया।