Home शिक्षा भारत को अपने ऐप्स को बढ़ावा देने की आवश्यकता

भारत को अपने ऐप्स को बढ़ावा देने की आवश्यकता

2

नई दिल्ली

भारत मोबाइल का एक बड़ा मार्केट है। चीन के बाद भारत दुनिया का सबसे बड़ा मोबाइल मार्केट है। जहां चीन डूबता हुआ मोबाइल मार्केट है, जबकि उसके अलग भारत उभरता है हुआ मार्केट है। लेकिन इसके बावजूद भारत आखिर क्यों मोबाइल ऐप की दुनिया में पीछे है, जबकि चीन और अमेरिकी देश मोबाइल ऐप के मामले में सबसे आगे हैं। इससे भारत को बड़े पैमाने पर नुकसान होता है। आइए जानते हैं, कि वो कौन से ऐप्स है, जिसकी भारत में सबसे ज्यादा डिमांड है…

टॉप 5 से बाहर है भारत
World of Statistics की रिपोर्ट की मानें, तो टॉप-5 ऐप में चीन और अमेरिका का कब्जा है। इसमें से टिक-टॉक 672 मिलियन के साथ पहले पायदान पर काबिज है। इसके बाद 547 मिलियन के साथ इंस्टाग्राम दूसरे पायदान पर मौजूद है। साथ ही 449 मिलियन के साथ फेसबुक तीसरे और 424 मिलियन के साथ वॉट्सऐप चौथे पायदान पर मौजूद हैं। इसके अलावा 310 मिलियन के साथ टेलिग्राम मौजूद हैं। वही टॉप 10 लिस्ट में भी कोई भारतीय ऐप मौजूद नहीं है। टॉप 30 देशों के ऐप लिस्ट में ज्यादातर अमेरिका, यूरोपीय और चीनी ऐप का कब्जा है। इस लिस्ट में भारत काफी हद तक बाहर है।

ऐप क्यों जरूरी
मौजूदा वक्त में ऐप रेवेन्यू का एक बड़ा सोर्स बनकर उभरे हैं। ज्यादातर ऐप्स विज्ञापन के जरिए कमाई करते हैं, जबकि कुछ ऐप्स सब्सक्रिप्शन मॉडल पर काम करते हैं। इस तरह ऐप मार्केटिंग और कमाई का एक बड़ा जरिया बने हुए हैं। इसलिए भारत को इस दिशा में काम करने की जरूरत है। भारत में बड़ा मार्केट है। ऐसे में भारत को ऐप के मामले में भी काम करने की जरूरत है।

टॉप 10 ऐप्स
TikTok: 672 million
Instagram: 547m
Facebook: 449m
WhatsApp: 424m
Telegram: 310m
Subway Surfers: 304m
Stumble Guys: 254m
Spotify: 238m
Shein: 229m
Messenger: 210m