बद्रीनाथ धाम
बद्रीनाथ जो हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल के रूप में प्रसिद्ध है और चार चार धाम स्थलों में से एक है, सर्दियों की ठंड लेकर आया, जिससे बर्फबारी और ठंड के साथ सुरम्य दृश्य दिखाई दिए। उत्तराखंड के बद्रीनाथ शहर में शुक्रवार शाम से दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है। दृश्यों के अनुसार, मंदिर शहर में दो इंच बर्फबारी दर्ज की गई, क्योंकि शुक्रवार शाम से शुरू हुई बर्फबारी दूसरे दिन भी जारी रही। चार धाम यात्रा के चार स्थलों में से एक, बद्रीनाथ धाम, जैसा कि दृश्यों में देखा जा सकता है, बर्फ की चादर से ढका हुआ था।
इस बीच, उत्तराखंड में श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर से शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे, श्री गंगोत्री धाम के कपाट 14 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे, श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे। श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट इस वर्ष की शुरुआत में 27 अप्रैल को भक्तों के लिए खोले गए थे।
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, 16 अक्टूबर तक चार-धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 50 लाख से अधिक हो गई है। इसके साथ ही लगभग 5,40,000 वाहन भी चार-धाम के दर्शन कर चुके हैं। यात्रा शुरू होने के बाद 17,8000 से अधिक श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम के दर्शन किए, 15,9000 से अधिक श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ धाम के दर्शन किए, 8,46000 श्रद्धालुओं ने गंगोत्री के दर्शन किए, 6,94,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री के दर्शन किए और 1,77000 से अधिक श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब के दर्शन किए। बर्फबारी और हवा में स्पष्ट ठंडक ने बागवानों को स्थानीय वनस्पतियों के लिए अच्छे मौसम की उम्मीद से भर दिया है।
मौसम के मिजाज में स्वागतयोग्य बदलाव स्थानीय पर्यटन उद्योग और आतिथ्य व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए एक बड़ा झटका है। आने वाली सर्दी की उम्मीद में देश-विदेश से पर्यटक राज्य में आ रहे हैं और माना जा रहा है कि ताजा बर्फबारी से पर्यटकों की संख्या में और बढ़ोतरी होगी।
विशेष रूप से, बद्रीनाथ अपनी आश्चर्यजनक प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, जो राजसी हिमालय पर्वतों से घिरा हुआ है। यह शहर न केवल तीर्थयात्रियों को बल्कि हिमालयी क्षेत्र की शांति और इसके लुभावने परिदृश्यों को देखने का अवसर चाहने वाले पर्यटकों को भी आकर्षित करता है।
कब बंद होगी फूलों की घाटी
उधर, विश्व धरोहर फूलों की घाटी में भी जबरदस्त बर्फबारी हुई है. बताते चलें कि फूलों की घाटी अभी बंद नहीं हुई है. 31 अक्टूबर को पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी बंद होनी है, ऐसे में यहां पहुंचे पर्यटकों के लिए इस समय यह बड़ी सौगात दिखाई दे रही है. क्योंकि फूलों की घाटी में हर तरफ बर्फ की सफेदी दिखाई दे रही है. पर्यटक इसका लुफ्त उठाते हुए नजर आ रहे हैं.
बर्फ से ढ़की पहाड़ों की चोटियां
अमूमन हर साल नवंबर लास्ट और दिसंबर-जनवरी में पहाड़ी चोटियां बर्फ से लगभग ढंकी दिखाई देती है, लेकिन इस बार अक्टूबर के महीने में ही पहाड़ियों ने बर्फ की मोटी परत ओढ़ ली है. हर तरफ इस समय पहाड़ियां बर्फ से लदी दिखाई दे रही हैं. जिधर नजर घुमाओ उधर, बर्फ ही बर्फ हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. हालांकि इस बर्फबारी के साथ ही पहाड़ों में शीतलहर का प्रकोप भी बढ़ गया है.
केदारनाथ में बर्फबारी
केदारनाथ धाम में तीसरे दिन भी लगातार बर्फबारी जारी है. हालांकि बर्फबारी के बावजूद यात्रियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. अभी तक रिकॉर्ड 17 लाख से अधिक यात्री बाबा केदारनाथ के दर्शन कर चुके हैं. केदारनाथ धाम की यात्रा ने इस बार नया आयाम स्थापित किया है. पहली बार यहां इतने भक्त पहुंचे हैं. जबकि अभी भी यात्रा में कुछ दिन शेष बचे हुए हैं. वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी का दौर जारी है. बर्फबारी के बावजूद धाम में बाबा के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी लाइन लगी हुई है.