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गृह मंत्री अमित शाह का रथ बिजली के तार से टकराया, बाल-बाल बचे, रोड शो रद्द

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जयपुर.

विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रदेश भर में कुल 2,605 उम्मीदवारों ने 3,436 नामांकन दाखिल किए हैं। वहीं, जयपुर की 19 विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल 378 नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं। राजस्थान के नागौर जिले के परबतसर में मंगलवार को बड़ा हादसा टल गया है। नागौर में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद गृह मंत्री अमित शाह परबतसर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एक रोड शो में हिस्सा लिया।

शाह जिस रथ पर सवार थे वह परबतसर में प्रवेश करते समय सड़क के ऊपर से गुजर हे बिजली के तार को छू गया। रथ के तार से छूते ही तेज चिंगारी उठने लगी। हादसे के बाद गृह मंत्री का रोड शो रद्द कर दिया गया। सुरक्षाकर्मियों ने शाह को गाड़ी में बैठाया और उन्हें लेकर रवाना हो गए।
राजस्थान के कुचामन में चुनावी रैली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा उठाए गए कन्हैयालाल टेलर के मामले पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस प्रवक्ता आरसी चौधरी ने कहा कि कन्हैयालाल टेलर की हत्या भाजपा के लिए सिर्फ राजनैतिक और धुरवीकरण का मुद्दा है। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार हत्यारों को आज तक फांसी की सजा क्यों नहीं दिला पाई है।

'ये राजस्थान के साथ अन्याय करने वाली सरकार है'
अमित शाह ने कहा कि मित्रों आज में राजस्थान की जनता से कहने आया हूं कि अगर फिर से कांग्रेस की सरकार आती है तो पीएफआई जैसे संगठनों से कांग्रेस को कोई बचा नहीं सकता। भाइयों-बहनों सेना को सबसे ज्यादा जवान देने वाला ये प्रदेश है। कितने सालों से सेना के जवान यह मांग करते थे कि वन रैंक वन पेंशन दीजिए। कांग्रेस पार्टी नहीं सुनती थी, मोदी जी ने वन रैंक वन पेंशन देकर एकमुश्त चालीस हजार करोड़ रुपये सेना के जवानों के बैंक खातों में डालने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मित्रों आज मैं कहने आया हूं कि ये सरकार राजस्थान के साथ अन्याय करने वाली सरकार है। गहलोत साहब मेरी बात आप तक जरूर पहुंचेगी, एक बात का जवाब राजस्थान की जनता आपसे चाहती है कि 2004 से 2014 में राजस्थान में जो सरकारें थी, ऊपर आपकी सरकार (सोनिया-मनमोहन की सरकार) थी। 2004 से 2014 तक केंद्र की कांग्रेस सरकार ने कितना पैसा राजस्थान के विकास के लिए दिया इसका हिसाब दीजिए। मुझे मालूम है भाइयों-बहनों वो तो हिसाब नहीं देंगे, मगर मैं लेकर आया हूं। 2004 से 2014 में इन्होंने दो लाख करोड़ दिया था और मोदी जी ने 2014 से 2023 तक उनके दस साल के सामने हमारे नौ साल में दो लाख करोड़ की जगह आठ लाख 71 हजार करोड़ रुपये देने का काम किया है। ये तो मैं सिर्फ डिवोल्यूशन और ग्रांट इन एड की बात करता हूं। इसके अलावा छह लाख करोड़ रुपये के अलग-अलग प्रोजेक्ट नेशनल हाइवे, एयरपोर्ट्स, पेट्रोलियम की रिफाइनरी, रोड और रेलवे दिए। नौ साल में राजस्थान को 14 लाख करोड़ रुपये मोदी जी ने देने का काम किया है। मोदी जी ने नौ साल के अंदर ढेर सारे गरीबों के लिए भी काम किया है। उन्होंने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि 80 लाख राजस्थान के किसानों को हर साल छह हजार रुपये मोदी जी ने भेज कर सत्रह हजार करोड़ रुपये देने का काम किया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत एक करोड़ दस लाख लोगों को पांच लाख तक का सारा खर्चा आज नरेंद्र मोदी सरकार उठा रही है। 86 लाख घरों में शौचालय बनवाकर माताओं-बहनों को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है।

'गहलोत सरकार को उखाड़कर फेंक दो' –
शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि करोली में धारा 144 लगाई, अलवर में तीन सौ साल पुराना मंदिर बुल्डोजर से तोड़ा, झालावाड़ में कृष्ण वाल्मीकि की पीट-पीट कर हत्या की, भरतपुर में संत विजयदास को आत्महत्या करनी पड़ी और सलासर में राम दरबार को भी बुल्डोजर से गिराने का काम ये अशोक गहलोत की सरकार ने किया है। मुझे बताओ नाभा वालों लोक तंत्र में सबका अधिकार है या नहीं है। उन्होंने सभा से पूछा कि ये तुष्टीकरण की राजनीति चल सकती है क्या। अरे उखाड़ कर फेंक दो गहलोत सरकार को। उन्होंने कहा कि मुझे बताओ नाभा वालों, ये कश्मीर हमारा है या नहीं है। धारा 370 हटनी चाहिए थी या नहीं हटनी चाहिए थी। धारा 370 हटाने के लिए उनकी तो हिम्मत नहीं चली, कलेजा चाहिए कलेजा। उनमें कलेजा नहीं था। शाह ने आगे कहा कि आपने दूसरी बार 25 की 25 सीटें दीं। मोदी जी 2019 में प्रधानमंत्री बने। पांच अगस्त 2019 को मोदी जी ने धारा 370 खत्म कर दी। उस वक्त ये राहुल बाबा पार्लियामेंट में कहते थे कि धारा 370 मत हटाओ खून की नदियां बह जाएगी। अरे राहुल बाबा खून की नदियां छोड़ो, ये नरेंद्र मोदी का शासन है किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं है। मोदी जी धारा 370 को खत्म करके हमेशा के लिए कश्मीर को भारत के साथ जोड़ने का काम कर दिया।

'गहलोत ने रामनवमी और महावीर जयंती पर लगाया प्रतिबंध'
कुचामन में चुनावी रैली को संबोधित कर शाह ने कहा कि छावड़ा, भीलवाड़ा, करोली, जोधपुर, चित्तौड़गढ़, नोहर, मेवात, मालपुरा और जयपुर इन सभी जगह कौमी दंगे हुए हैं। उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उदयपुर में दिनदहाड़े कन्हैयालाल तेली की इन लोगों ने हत्या कर दी। मैं पूछना चाहता हूं कि गहलोत जी आप क्या कर रहे हो। कन्हैयालाल की हत्या कर दी गई। आपने क्या किया, रामनवमी और महावीर जयंती पर प्रतिबंध लगा दिया। हत्या करने वालों को तो ये कुछ नहीं करते। जबकि कोटा में पीएफआई वाले धड़ल्ले से रैली निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भगवान भला करे मोदी साहब का जिन्होंने पीएफआई संगठन पर बैन लगा दिया और उसके सदस्यों को पकड़कर जेल में डाला जा रहा है।

भाजपा नेता गजेंद्र सिंह शेखावत के बिगड़े बोल
राजस्थान के जालोर जिले के सांचौर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की कांग्रेस को घेरते हुए जबान फिसल गई। यहां उन्होंने कांग्रेस विधायकों को हिजड़ा तक बता दिया है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का यह सबसे खास मंत्री विधानसभा में यह बयान दे रहा था तो कांग्रेस के विधायक हिजड़े की तरह ताली बजा रहे थे। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत सोमवार को सांचौर में भाजपा प्रत्याशी देवजी पटेल के नामांकन के दौरान सभा को संबोधित कर रहे थे। दरअसल, कुछ समय पहले विधानसभा में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का मर्दों के प्रदेश वाला बयान दिया था, जिसे भाजपा चुनावी मुद्दा बनाती दिख रही है।

पोकरण में आखिरी दिन दस प्रत्याशियों ने दाखिल किया नामांकन
विधानसभा चुनाव के तहत नामांकन के आखिरी दिन पोकरण में 10 प्रत्याशियों ने नामांकन किए। अब तक यहां से कुल 14 नामांकन किए जा चुके हैं, जिनमें एक महिला हैं। सोमवार को कांग्रेस से शाले मोहम्मद ने नामांकन किया। अब मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी और उसके बाद अगले दो दिन तक नाम वापसी हो सकेगी। ऐसे में नौ नवंबर की शाम ही चुनावी मैदान की तस्वीर साफ हो सकेगी। वहीं, जोगेंद्र सिंह (निर्दलीय), शाले मोहम्मद (कांग्रेस), हीराराम (निर्दलीय), दोसे खान (अभिनव राजस्थान पार्टी), सावीर खान (लोक जनशक्ति पार्टी), देवीलाल (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी), तुलछाराम (बसपा), सिकंदर खान (निर्दलीय), अल्लानूर खिलजी (निर्दलीय) ने सोमवार को नामांकन किया।