नई दिल्ली.
28 दलों के विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल होने के बावजूद दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल कांग्रेस को कोसने का मौका नहीं छोड़ रहे हैं। खासकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन सहयोगी कांग्रेस को खूब भला-बुरा कह रहे हैं। इसको लेकर अब कांग्रेस के भीतर आवाज उठने लगी है।
आप को 'इंडिया' गठबंधन में शामिल करने का विरोध कर चुके दिल्ली कांग्रेस के बड़े नेता संदीप दीक्षित ने फिर से उनकी वफादारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि पार्टी अपना सम्मान छोड़कर उनके साथ खड़ी है। दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने रविवार को छत्तीसगढ़ में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ रोड शो करते हुए भाजपा और कांग्रेस को एक साथ लपेटा। उन्होंने कहा, 'दिल्ली में भी पहले दो पार्टियां थीं। दोनों पार्टियों ने गदर मचा रखा था। दोनों पार्टियों में सेटिंग थी 5 साल तुम लूटो 5 साल हम लूटेंगे। जनता दुखी थी, लेकिन विकल्प नहीं था। एक बार इससे नाराज होते थे तो एक बार दूसरे को वोट देते थे। फिर ऊपर वाले ने चमत्कार किया। एक नई पार्टी आई, आम आदमी पार्टी। ईमानदार पार्टी, कट्टर देशभक्तों की पार्टी। एक बार दिल्ली की जनता ने तय कर लिया कि इन दोनों पार्टियों को हराओ और आम आदमी पार्टी को वोट दो।'
केजरीवाल के भाषण को शेयर करते हुए संदीप दीक्षित ने अपनी पार्टी को आत्मसम्मान की याद दिलाई। उन्होंने एक्स पर लिखा, 'मेरी कांग्रेस को अब तो कुछ अहसास होगा इस दोगले की वफादारी का। आत्म सम्मान से बड़ी कोई चीज नहीं, और अपने सम्मान को छोड़ हम इस _____ के साथ खड़े हो रहे हैं।' संदीप दीक्षित इससे पहले भी कई बार अपनी पार्टी को सलाह दे चुके हैं कि केजरीवाल और उनकी पार्टी से गठबंधन ना किया जाए। उन्होंने सोनिया गांधी और राजीव गांधी को लेकर केजरीवाल की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए उनका विरोध किया था।