तेल अवीव
गाजा पट्टी में हमास के साथ इजरायल के युद्ध में 200 बिलियन शेकेल (51 बिलियन डॉलर) का खर्च आएगा। यह दावा फाइनेंशियल न्यूजपेपर द कैलकलिस्ट ने वित्त मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सकल घरेलू उत्पाद के 10% के बराबर का अनुमान आठ से 12 महीनों के बीच चलने वाले युद्ध पर आधारित है। इस अनुमान में लेबनान के हिजबुल्लाह और ईरान या यमन के हूती विद्रोहियों की भागीदारी को शामिल नहीं किया गया है। इसे सिर्फ गाजा तक ही सीमित रखा जा रहा है। इजरायल हमास युद्ध का अनुमानित खर्च पाकिस्तान के कुल विदेशी मुद्रा भंडार का लगभग छह गुना है। अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने विदेशी मुद्रा भंडार के 8 करोड़ डॉलर तक पहुंचने की जानकारी दी थी।
कैल्केलिस्ट ने 200 बिलियन शेकेल को बताया आशावादी
कैल्केलिस्ट ने वित्त मंत्रालय के 200 बिलियन शेकेल के खर्च को "आशावादी" अनुमान के रूप में वर्णित किया। लेकिन मंत्रालय ने कहा कि वह कैलकलिस्ट के डेटा की पुष्टि नहीं करता है। इजरायल ने इसके लिए 350000 इजरायलियों को सैन्य रिजर्व के तौर पर भी सक्रिय सेवा में शामिल किया है। इन सैनिकों की तैनाती, हथियार, साजो-सामान और रसद में भी खर्चों के बढ़ने की संभावना है। गाजा से हमास के बंदूकधारियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल के इतिहास में सबसे घातक हमला किया था। इस हमले में 1400 से अधिक इजरायली नागरिकों की मौत हुई थी और लगभग 240 लोग बंधक बनाए गए हैं। तब से इजरायल हमास को खत्म करने के लक्ष्य के साथ गाजा पर बमबारी कर रहा है।
कहां खर्च होगा इजरायल का पैसा
कैल्केलिस्ट ने कहा कि लागत का आधा हिस्सा रक्षा व्यय में होगा जो प्रति दिन लगभग 1 बिलियन शेकेल के बराबर है। अन्य 40-60 बिलियन शेकेल राजस्व के नुकसान से आएंगे, 17-20 बिलियन व्यवसायों के मुआवजे के लिए और 10-20 बिलियन शेकेल पुनर्वास के लिए खर्च किए जाएंगे। वित्त मंत्री बेजेलेल स्मोट्रिच ने पहले कहा था कि इजरायल की सरकार फिलिस्तीनी हमलों से प्रभावित लोगों के लिए एक आर्थिक सहायता पैकेज तैयार कर रही है जो कि कोविड -19 महामारी के दौरान घोषित किए गए पैकेज से "बड़ा और व्यापक" होगा।
नेतन्याहू ने दिए लोगों की मदद के आदेश
गुरुवार को, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल प्रभावित सभी लोगों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आंकड़े दिए बिना कहा, "मेरा निर्देश स्पष्ट है: रास्ते खोलें और जिसे भी जरूरत हो, उसे धनराशि दें।" "जैसा कि हमने कोविड के दौरान किया था। पिछले दशक में, हमने यहां एक बहुत मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई है और भले ही युद्ध के कारण हमसे आर्थिक कीमत वसूल की जाए, जैसा कि हो रहा है, हम बिना किसी हिचकिचाहट के उन्हें भुगतान करेंगे।" युद्ध के मद्देनजर, एसएंडपी ने इजरायल की रेटिंग के लिए अपने दृष्टिकोण को घटाकर "नकारात्मक" कर दिया, जबकि मूडीज़ और फिच ने संभावित गिरावट के लिए इजरायल की रेटिंग की समीक्षा की।