तिरुवंतपुरम
केरल के एर्नाकुलम जिले में ईसाई प्रार्थना सभा के दौरान बम धमाकों ने अब तक तीन लोगों की जान ले ली है। मलयट्टूर की रहने वाली लिबिना के रूप में पहचानी जाने वाली 12 वर्षीय पीड़िता ने सोमवार तड़के कलामासेरी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दम तोड़ दिया। अस्पताल के मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि लड़की को रविवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसके शरीर का 95 प्रतिशत हिस्सा गंभीर रूप से जल गया था। इसमें कहा गया है कि वेंटिलेटर सपोर्ट मिलने के बावजूद उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई, जिससे देर रात 12.40 बजे उनकी मृत्यु हो गई।
हमलावर का कबूलनामा
एक व्यक्ति ने रविवार सुबह यहां कलमश्शेरी में एक ईसाई धार्मिक सभा में हुए कई विस्फोटों की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश पोस्ट किया। वीडियो में खुद की पहचान मार्टिन के रूप में बताते हुए व्यक्ति ने दावा किया है कि उसने विस्फोट इसलिए किए क्योंकि संगठन की शिक्षाएं देश के लिए सही नहीं हैं। हालांकि, इस बीच, धार्मिक समूह का सदस्य होने का दावा करने वाले एक अन्य व्यक्ति ने एक टीवी चैनल को बताया कि ऐसा कोई भी व्यक्ति वर्तमान में उनके संगठन का हिस्सा नहीं है।
विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित वीडियो में विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने वाले व्यक्ति ने कहा कि सभी को बम धमाकों और इसके बाद हुए गंभीर नतीजों के बारे में पता चल गया होगा। हालांकि, यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर उपलब्ध नहीं है। वीडियो में उसने कहा, वहां क्या हुआ, मुझे ठीक-ठीक पता नहीं है, लेकिन मैं जानता हूं कि यह (विस्फोट) हुआ और मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं।
20 सदस्यीय टीम करेगी मामले की जांच
केरल के एर्नाकुलम में सिलसिलेवार विस्फोट मामले की जांच 20 सदस्यीय टीम करेगी। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने रविवार को जानकारी दी कि मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। विजयन ने कहा कि सोमवार सुबह 10 बजे सर्वदलीय बैठक होगी और विस्फोट की घटना के पीछे के लोगों को पकड़ने का प्रयास किया जाएगा।