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कंपनी ने एक-साथ निकाले सैकड़ों कर्मचारी, फिर इंटरनेट पर डाली लिस्ट, सोशल मीडिया यूजर्स ने CEO को सुनाया

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बेलगाम महंगाई, सुस्त ग्रोथ और रूस-यूक्रेन संकट के बीच दुनियाभर में आर्थिक अस्थिरता बढ़ गई है. इसी बीच, दुनियाभर में मंदी की आशंका भी जताई जाने लगी है. इस आशंका को देखते हुए दुनियाभर में कई स्टार्टअप कंपनियों ने अपने ईम्प्लॉयी की छंटनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में स्वीडन की पेमेंट्स कंपनी क्लर्ना बैंक एबी (Klarna Bank AB) ने भी अपने कई कर्मचारियों की छंटनी की है.

कंपनी से छटनी किए गए कर्मचारियों की लिस्ट का खुलासा करने के बाद क्लर्ना के सीईओ सेबस्टियन सिमिटकोव्स्की (Sebastian Siemitkowski) को सोशल मीडिया पर तपिश झेलनी पड़ी है. कई यूजर्स ने इस कदम का भारी विरोध करते हुए उन्हें तरह-तरह की नसीहतें दी हैं. हालांकि कुछ लोग इसे अच्छा कदम भी बता रहे हैं. दरअसल, 40 वर्षीय सीईओ सिमिटकोव्स्की ने एक प्री-रेकॉर्डेज मेसेज में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि संभावित मंदी के कारण कंपनी को यह फैसला करना पड़ रहा है.

कठिन था हटाने का निर्णय
लाइवमिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, सिमिटकोव्स्की ने लिंक्डइन पर लिखा, “मैं इस लिस्ट के बारे में मिश्रित भावनाएं रखता हूं, क्योंकि यह क्लर्ना से क्षमता वाले कर्मचारियों को हटाने का कठिन निर्णय था, जो मुझे बेहद दुखी करता है.” यूनियन ने दावा किया है कि उसे कर्मियों को हटाए जाने के संबंध में पहले जानकारी नहीं दी गई. इम्प्लॉयी यूनियन के अध्यक्ष उलरिका बोथियस ने कहा, “हमें पहले से ही इसकी जानकारी होनी चाहिए थी, छंटनी की प्रक्रिया की जानकारी मीडिया से नहीं मिलनी चाहिए थी.”

समस्या को पहले ठीक करना चाहिए
एक लिंक्डइन यूजर्स ने टिप्पणी की, “मैंने ज्वाइन करने के एक महीने बाद क्लर्ना को छोड़ दिया. यह मेरा सबसे अच्छा फैसला था. क्लर्ना एक ऐसी अस्तव्यस्त जगह है, जिसका मैं कभी हिस्सा रहा हूं. मैं ज्वाइन करने के बाद जल्दी ही जान गया था कि एक बड़ी छंटनी जैसा कुछ होने वाला है और वह भी बहुत जल्दी. क्लर्ना को विनम्र होना सीखना चाहिए, उसे समस्याओं को ठीक करना आना चाहिए, बजाय ज्यादा लोगों को हायर करने के. फिर एक बार जब आपको पता चला कि इस पर बहुत पैसा खर्च हो रहा है तो बहुत सारे लोगों को निकाल दिया.”

सोने की खान है लिस्ट
एक अन्य यूजर ने लिखा, “मुझे लगता है कि हजारों की संख्या में ईमेल एड्रेसेज़ को खुले तौर पर इंटरनेट पर डालने का काम सही नहीं है. मेरा सुझाव है कि ये काम करने के बजाय एक लिस्ट बनाकर ऐसे रिक्रूटर्स को देनी चाहिए थी, जो इसे मांगते.” हालांकि एक यूजर ने इस लिस्ट को रिक्रूटर्स के लिए सोने की खान बताया.