रायपुर.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 (Chhattisgarh Assembly Election 2023) के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की लिस्ट सामने आने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने बड़े आरोप लगाए हैं। बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस के कई प्रत्याशियों ने अपने आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी नहीं दी है। छत्तीसगढ़ की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इसे लेकर रायपुर में Chief Electoral Officer (CEO) के पास अपनी शिकायत दर्ज कराई है। बीजेपी का दावा है कि प्रत्याशी चुने जाने के 48 घंटे के अंदर कई प्रत्याशियों ने अपने उपर चल रहे आपराधिक मुकदमों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।
हालांकि, कांग्रेस ने दावा किया है कि बीजेपी सत्तारुढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं को लेकर झूठा दावा कर रही है। कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी ने आपराधिक छवि वाले लोगों को टिकट नहीं दिया है। सभी प्रत्याशी चुनाव आयोग के सभी नियमों का पालन करेंगे। बता दें कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ चुनाव को लेकर अभी तक 83 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। राज्य में 7 औऱ 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होंगे। छत्तीसगढ़ में बीजेपी के कानूनी सेल के संयोजक जयप्रकारश चंद्रवंशी ने एक बयान में कहा कि मुख्य चुनाव अधिकारी को शनिवार को दी गई शिकायत में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश है कि प्रत्याशियों के नाम तय होने के बाद 48 घंटों के अंदर इन प्रत्याशियों पर चल रहे आपराधिक मुकदमों की जानकारी चुनाव आयोग को देनी होती है।
बीजेपी का दावा है कि कांग्रेस ने अपने 83 प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड का ब्योरा ना तो चुनाव आयोग को दिया है और ना ही पार्टी की वेबसाइट, सोशल मीडिया और ना ही राष्ट्रीय या स्थानीय स्तर के न्यूजपेपर में दिया है। चंद्रवंशी ने आगे कहा कि जिन उम्मीदवारों के आपराधिक बैकग्राउंड के बारे में जानकारी नहीं दी गई है कि उसकी जानकारी भी चुनाव आयोग को दी गई है। राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पार्टी ने आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट नहीं दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह बीजेपी का आचरण है कि वो अपराधियों को चुनाव में उतारती है। बीजेपी कांग्रेस प्रत्याशियों पर झूठे आरोप लगा रही है। कांग्रेस प्रत्याशियों की छवि साफ है। राज्य में प्रथम चरण के चुनाव के लिए बीजेपी और कांग्रेस के कई प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया है और यह जरूरी है कि सभी प्रत्याशी नामांकन दाखिल करते वक्त चुनाव आयोग के समक्ष अपनी सभी जानकारियां दें।