उज्जैन
कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके उज्जैन उत्तर के प्रत्याशी विवेक यादव ने अपना मन बदल लिया है. उन्होंने आम आदमी पार्टी से टिकट मिलने के बावजूद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. विवेक यादव अब एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो कर कांग्रेस प्रत्याशी को जीताने के लिए काम करेंगे.
उज्जैन उत्तर विधानसभा सीट से कांग्रेस ने पार्षद माया त्रिवेदी को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है. इसी विधानसभा सीट से कांग्रेस नेता विवेक यादव भी टिकट के दावेदार थे. जैसे ही माया त्रिवेदी को टिकट मिला विवेक यादव ने बगावत शुरू कर दी. विवेक यादव ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. आम आदमी पार्टी ने उज्जैन उत्तर से विवेक यादव को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया. इसी बीच विवेक यादव ने एक बार फिर अपना मन बदलते हुए आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. विवेक यादव ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि वे कांग्रेस में ही रहेंगे और कांग्रेस प्रत्याशी माया त्रिवेदी को चुनाव जीताने के लिए काम करेंगे.
कांग्रेस के बड़े नेताओं से बातचीत के बाद मन बदला
कांग्रेस ने टिकट वितरण के बाद अब नाराज नेताओं को मनाने का काम शुरू कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला नाराज कांग्रेस नेताओं को मना रहे हैं. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के बड़े नेताओं ने विवेक यादव से बातचीत की और इसके बाद उन्होंने आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. विवेक यादव ने यह भी कहा कि उनकी कांग्रेस से कुछ समय के लिए नाराजगी थी जो कि दूर हो गई है.
दरअसल कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल मध्य प्रदेश में कड़ी टक्कर की उम्मीद कर रहे हैं. दोनों ही दलों ने लगभग सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. हालांकि टिकट बंटवारे के तुरंत बाद ही कई नेता बागी होकर बगावत पर उतर आए. हालांकि अब दोनों ही दल इस बड़ी चुनौती को देख नाराज नेताओं को मनाने की मुहिम में लग गए हैं.