ग्वालियर.
भारतीय जनता पार्टी ने इस बार अपने आधा दर्जन ऐसे नेताओं को टिकट देकर चुनाव में उतारा है, जिन्हें पिछले विधानसभा चुनाव में किनारे कर दिया गया था। इनमें से पांच तो ग्वालियर और चंबल संभाग से ही हैं। इन पुराने चेहरों की रीलॉंचिंग पर पूरे चुनाव में लोगों की नजरें रहने वाली हैं। बता दें कि भाजपा ने 2018 में पूर्व मंत्री माया सिंह, देवेन्द्र जैन, नरेन्द्र सिंह कुशवाह और घनश्याम पिरोनिया को चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया था।
पार्टी ने इनके टिकट काटते हुए दूसरे नेताओं को चुनाव में उतारा। वहीं राकेश शुक्ला को 2018 में मेहगांव से मौका तो दिया गया लेकिन 2020 के उपचुनाव में ओपीएस के भाजपा में आने के बाद वही पार्टी के प्रत्याशी बने।
खास बात ये है कि इन सभी को भाजपा ने इस बार चुनाव मैदान में उतार दिया है। पूर्व मंत्री मायासिंह ग्वालियर पूर्व से एवं प्रदेश सरकार की वरिष्ठ मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा चुनाव नहीं लड़ने के कारण देवेन्द्र जैन को शिवपुरी से टिकट दिया गया है। साथ ही नरेन्द्र सिंह कुशवाह को भिण्ड एवं घनश्याम पिरोनिया को एक बार फिर भांडेर से चुनाव में उतारा गया है। वहीं भिण्ड जिले की मेहगांव सीट पर ओपीएस भदौरिया का टिकट काटकर राकेश शुक्ला को फिर मौका दिया गया है।