भोपाल
मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों के विवाद पर माना जा रहा था कि दोनों ओर से अब कोई प्रतिक्रिया और टिप्पणी नहीं आएगी. इसके साथ ही गठबंधन को लेकर बातचीत पटरी पर दोबारा लाने की कोशिश होगी. हालांकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नए बयान ने कुछ और ही संकेत दिए हैं. माना जा रहा है कि अखिलेश यादव, आगामी लोकसभा चुनाव में लड़ाई अपने तरीके और पार्टी के फॉर्मूले पर लड़ेंगे. इसके लिए भले ही उन्हें अकेले क्यों न चुनावी मैदान में उतरना पड़े.
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने I.N.D.I.A की जगह PDA यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक का जिक्र करना शुरू कर दिया है. साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव के लिए नए समीकरण बना रही है. इसी कड़ी में अखिलेश यादव की कोशिश है कि आगामी आम चुनावों में पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक को एक मंच पर लाकर भारतीय जनता पार्टी को मात दी जाए.
अखिलेश ने किया ये ट्वीट
अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट भी किया. उन्होंने लिखा- 'होगा 24 का चुनाव, PDA का इंक़लाब.' अखिलेश यादव की यह टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि I.N.D.I.A. अलायंस में विधानसभा नहीं लोकसभा चुनाव के नजरिए से सीटों का बंटवारा होगा.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो कांग्रेस के रवैये से नाराज चल रहे अखिलेश यादव ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए खास प्लान बना लिया है और अब वह गठबंधन में रहते हुए भी अपने फॉर्मूले पर चल सकते हैं. अखिलेश का प्लान है कि लोकसभा चुनाव के पहले जातीय समीकरणों को फिट कर लिया जाए ताकि चुनाव में उन्हें किसी राजनीतिक दबाव में आकर सीटों पर समझौता न करना पड़े