जयपुर.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए अब जाजम बिछती नजर आ रही है। लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने 33 प्रत्याशियों की सूची शनिवार को जारी कर दी। सूत्रों का कहना है कि 25 अक्तूबर तक एक सूची और जारी होगी। लेकिन, कांग्रेस को लेकर कई सवाल हैं जिन पर खूब सियासी चर्चा हो रही है। पहला- टिकट बंटवारे के साथ कांग्रेस की सियासत में अंदर खाने और क्या चल रहा है? जिन निर्दलीयों ने सरकार बचाने में गहलोत का साथ दिया उनका क्या होगा? आइए, अब इन सवालों के जवाब समझते हैं।
निर्दलीय विधायकों से भरवाया ये फॉर्म
'अमर उजाला' को मिली खास जानकारी के अुनसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने समर्थक निर्दलीय विधायकों के लिए टिकट का बंदोबस्त कर चुके हैं। इस काम में कोई रोड़ा या रुकावट नहीं आए इसके लिए गुपचुप तरीके से आठ निर्दलीय विधायकों को कांग्रेस की सदस्यता के फॉर्म भी भरवा दिए गए हैं।
कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की
बीते शुक्रवार को दौसा में सीएम अशोक गहलोत ने महवा विधायक ओम प्रकाश हुडला का नाम मंच से पुकारकर उन्हें जीत दिलाने की बात कही थी था। हुडला निर्दलीय विधायक हैं। राजनीति के जानकार इस बात को समझते हैं कि गहलोत कोई बात यूं ही नहीं कहते हैं। हुडला ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की और कांग्रेस की सदस्यता ले ली। हालांकि, हुडला इससे पहले भाजपा सरकार में सचेतक रह चुके हैं। वसुंधरा राजे के करीबी भी माने जाते हैं। हुडला के अलावा बाबूलाल नागर, महादेव सिंह खंडेला सहित कुछ अन्य निर्दलीय विधायकों ने भी कांग्रेस की सदस्ता ले ली है। माना जा रहा है कि दूसरी लिस्ट में गहलोत इन निर्दलीय विधायकों को टिकट दिलवाकर अपना वादा पूरा करेंगे।
पायलट कह रहे कार्यकर्ता नाराज होंगे
सियासी संकट के समय गहलोत ने इन विधायकों से वादा किया था कि विधानसभा चुनावों में उन्होंने कांग्रेस से टिकट दिलवाएंगे। लेकिन, सचिन पायलट यह कह कर इसका विरोध करते रहें है कि इन विधायकों ने कांग्रेस के प्रत्याशियों को हराया है। कांग्रेस में इनके शामिल होने से पार्टी के कार्यकर्ता नाराज होंगे। लेकिन, सीएम अशोक गहलोत जो ठान लेते हैं वही करके दिखाते हैं।
इन्होंने ली कांग्रेस की सदस्यता
1.बाबूलाल नागर-दूदू
2.ओम प्रकाश हुडला-महवा
3.रामकेश-गंगापुर
4.महादेव सिंह-खंडेला
5.अलोक बेनीवाल-शाहपुरा
6.कांती प्रसाद-थानागाजी
7.खुशवीर सिंह-मारवाड़ जंक्शन
8.लक्ष्मण मीणा-बस्सी
9. रमीला खड़िया
10. संयम लोढ़ा-सिरोही
इन्होंने नहीं ली सदस्यता
राजकुमार गोड-गंगानगर
बलजीत यादव-बहरोड़
सुरेश टाक-किशनगढ़
जानिए किन कारणों से छोटी रही कांग्रेस की लिस्ट लिस्ट
इसी तीन बड़े कारण रहे। पहला- लिस्ट जारी करने में देरी हुई, इसलिए पहली सूची में ऐसे टिकट दिए गए जहां ज्यादा विरोध या विवाद की अशंका नहीं थी। दूसरा- सीईसी की बैठक में 106 नाम फाइनल किए गए। इनमें राहुल गांधी के कहने पर करीब 15 से 20 नाम बदले गए हैं यानी ये टिकट कटे हैं। सूत्रों का कहना है आने वाली दूसरी सूची में कांग्रेस कई नाम बदलने जा रही है। पहली सूची में कम बखेड़ा हो इसलिए कम और कुछ बड़े नामों का एलान किया गया। तीसरा- सीएम अशोक गहलोत ने एन वक्त पर कुछ टिकटों को मैनेज किया है। जिन निर्दलीय विधायकों ने उनका साथ सरकार बचाने में दिया उन्हें रातों-रात कांग्रेस की सदस्यता दिलवाई गई ताकि उन्हें टिकट देने में यह अडचन नहीं आए कि वे बाहरी हैं।