जयपुर.
विधानसभा चुनावों के आगे बढ़ने के साथ ही कांग्रेस में चेहरे की लड़ाई भी तेज होती दिख रही है। शुक्रवार को सिकराय में ईआरसीपी को लेकर रखी गई जनसभा में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने पार्टी में कोई मतभेद नहीं होने और मिलकर चुनाव लड़ने की बात कही।
राजस्थान कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच की अदावत बदस्तूर जारी है। शुक्रवार को सिकराय विधानसभा में आयोजित ईआरसीपी जनजागरण अभियान में सचिन पायलट ने कहा, आपस में कोई मनमुटाव है तो उसे भूल जाओ, जिस तरह राहुल गांधी ने मोहब्बत की दुकान खोली है उसी तरह हमें भी मोहब्बत की दुकान खोलनी है। उन्होंने कहा कि एकजुट होकर हम चुनाव लड़ेंगे। पायलट बोले भाजपा के लोग है घबराए हुए ओर चिंतित है।
पायलट बोले, इस जिले से मुझे आपका सांसद रहने का सौभाग्य मिला है। केंद्र की सरकार ईआरसीपी में भेदभाव कर रही है। केंद्र के मंत्रियों ने कहा था ईआरसीपी को हम राष्ट्रीय परियोजना घोषित करवाएंगे, आज प्रदेश के 25 के 25 सांसद भाजपा के हैं । लेकिन, केंद्र सरकार हमारे किसानों के साथ भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बनेगी तो हम डीपीआर में कई वंचित गांवों को भी शामिल करवाएंगे। पायलट ने कहा कि राजस्थान में बदलाव की परिपाटी को है बदलना है । दौसा से मैं पहली बार 26 साल की उम्र में सांसद बनकर आया था। उस चुनाव में सोनिया गांधी विशेष रूप से आशीर्वाद देने यहां आई थी।