श्रीनगर
हमास की ओर से अचानक किए गए हमले के जवाब में इजरायल ने गाजा में जोरदार पलटवार किया है। इजरायली सेना की ओर से गोलीबारी और बमबारी के चलते गाजा का बड़ा हिस्सा पूरी तरह से तबाह नजर आ रहा है। इस बीच दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से यह मांग उठ रही है कि इजरायल को अब अपने हमले रोक देने चाहिए। इसी कड़ी में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने 'इजरायल गो बैक' के नारे लगाए हैं। उन्होंने शनिवार को श्रीनगर में फिलिस्तीन के समर्थन में आयोजित प्रदर्शन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा, 'फिलिस्तीन में 15,00 बच्चे मारे गए हैं। हजारों बेगुनाह लोगों की मौत हुई है। सारी दुनिया तमाशा देख रही है।'
महबूबा मुफ्ती ने रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, 'जब यूक्रेन में 2 साल के अंदर 500 बच्चे मारे गए तो पूरा विश्व चीखने लगा था। आज फिलिस्तीन में हजारों की संख्या में लोग मारे जा रहे हैं तो कोई बात तक नहीं कर रहा है।' उन्होंने कहा कि हम दुनिया भर के देशों से कहते हैं कि आप इजरायल पर दबाव बनाकर सीजफायर कराओ। पीडीपी चीफ ने कहा, 'फिलिस्तीन में अत्याचार हो रहा है। वहां दवाएं बंद हैं, वहां खाना बंद हैं और वहां लोगों को पीने के लिए पानी तक नहीं है। फिलिस्तान में लोगों के ऊपर गोलियां चल रही हैं, बमबारी हो रही है।'
इजरायल जो कर रहा उसके नतीजे खतरनाक: महबूबा मुफ्ती
पूर्वी मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि इजरायल फिलिस्तीन में जो कर रहा है उसके नतीजे बहुत खतरनाक हो सकते हैं। उन्होंने कहा, 'दुनिया में पहले से ही बहुत ज्यादा दहशतगर्दी है। ऐसे में नाइंसाफ किया होगा तो और भी ज्यादा लोग बंदूकें उठाएंगे। इससे दुनिया में और भी अधिक हालात खराब होंगे। इसलिए हम कहते हैं कि इजरायल के जालिमों फिलिस्तीन को खाली करो।' महबूबा मुफ्ती ने 'इजरायल गो बैक' के नारे भी लगाए। इस दौरान उनकी पार्टी के कई समर्थक मौजूद रहे और उन्होंने भी इजरायल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इजरायली हवाई हमलों के खिलाफ कई देशों में प्रदर्शन
गौरतलब है कि गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने और इजरायल की नाकाबंदी को समाप्त करने को लेकर मुस्लिम देशों समेत कई जगहों पर हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। इराक में जॉर्डन से लगी सीमा पर, इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में, मिस्र में, तुर्किये की राजधानी अंकारा में और उसके सबसे अधिक आबादी वाले शहर इस्तांबुल में, मलेशिया और दक्षिण कोरिया में कई जगहों पर प्रदर्शनकारी जमा हुए। प्रदर्शनकारी घायल फिलिस्तीनियों और आश्रय चाहने वाले निवासियों की देखभाल करने वाले गाजा के अस्पताल में मंगलवार की रात हुए विस्फोट के मुद्दे को भी उठा रहे थे। अल-अहली अस्पताल में विस्फोट का कारण साफ नहीं हुआ है। अमेरिकी अधिकारियों का आकलन है कि विस्फोट इजरायली हमले में नहीं हुआ जैसा कि हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुरू में कहा था।