नई दिल्ली.
मोनिंदर सिंह पंढेर को लुक्सर जेल से रिहा होने की सूचना मिलते ही निठारी स्थित डी-5 कोठी के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई। पुलिस को आशंका थी कि आरोपी के जेल से छूटने की खबर मिलने के बाद कोठी के आसपास का माहौल बिगड़ सकता है। हालांकि निठारी में पूरे दिन शांति कायम रही।
इधर आरोपी के जेल से छूटते की सूचना मिलते ही पीड़ितों का दर्द छलक उठा। बच्चों को खो देने वाले माता-पिता फफक कर रो पड़े। पीड़ितों ने कहा कि कभी नहीं सोचा था कि बच्चों के हत्या के आरोपी कानून का शिकंजा तोड़कर बाहर निकलने में कामयाब हो जाएंगे। निठारी कांड में लापता ज्योति (10) के पिता झब्बूलाल और पत्नी सुनीता ने पंढेर की रिहाई को साजिश बताया। डी-5 कोठी के पास कपड़े प्रेस कर रहे दोनों ने कहा कि पुलिस और सीबीआई की नाकामी से आरोपी की रिहाई हुई है। सुनीता कहती हैं कि उसने पुलिस और सीबीआई को बहुत सारे सबूत दिए थे। पुलिस ने ज्योति के कपड़े, चप्पल और हेयर बैंड बरामद किए थे। जिसकी पहचान भी कराई गई थी। फिर भी आरोपी छूट गया।