रांचीसाहिबगंज.
असम के कोकराझार के चार आदिवासी युवकों को पुलिस ने अवैध हथियार, बम व अन्य संदिग्ध सामान के साथ दबोचा है। पूछताछ में पता चला है कि चारों ने म्यांमार में हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली। चारों नेशनल आदिवासी डेमोक्रेटिक फोर्स (एनएडीएफ) के सदस्य बताए जाते हैं। चारों का इरादा क्षेत्र में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने का था। यह जानकारी एसपी नौशाद आलम ने रविवार को प्रेस वार्ता में दी।
एसपी ने बताया कि शनिवार रात सूचना मिली कि बरहेट के भैरोढाव में असम के कुछ अपराधी जुटे हैं। सूचना पर पुलिस ने गांव की घेराबंदी कर एक घर की तलाशी ली। मौके से चार युवकों सोचिल हेम्ब्रम (18), माइकल मरांडी ,सुनिराम मुर्मू (25) व बादल हांसदा (24) को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से एक देसी कट्टा, एक कारतूस, दो बम, दो खुखरी, एक डेटोनेटर, एनएडीएफ का स्टाम्प, सिम कार्ड, लालू भगत से 25 लाख रंगदारी मांगने के लिए एनएडीएफ के लेटरपैड पर लिखा पत्र और ब्लैंक लेटरपैड मिला है। इतना ही नहीं इनके पासे वॉकी टॉकी और उसका चार्जर भी मिला। एसपी ने बताया कि चारों पर आर्म्स एक्ट व विस्फोटक अधिनियम के तहत बरहेट में केस दर्ज किया गया है।
साहिबगंज पुलिस ने बताया कि 14 अक्टूबर को खुफिया सूचना मिली थी कि बरहेट थाना क्षेत्र में कुछ अपराधी आए हुए हैं तथा किसी बड़े घटना को अंजाम देने के फिराक में है। प्राप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कर 4 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधियों द्वारा बताया गया कि ये NADF के सदस्य हैं, जो असम राज्य का उग्रवादी संगठन है। इनके पास से देशी कट्टा, जिंदा गोली, जिंदा बम, डेटोनेटर, वॉकी-टॉकी इत्यादि अन्य सामग्री बरामद किया गया। इस संबंध में बरहेट थाना में कांड दर्ज किया गया।