मुंबई.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) सदस्य नीता एम अंबानी ने कहा कि लॉस एंजेलिस 2028 के ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल किया जाना एक स्वागत योग्य कदम है। इस फैसले से दुनिया में ओलंपिक आंदोलन को लेकर लिए नई रुचि और कई नए अवसर पैदा होंगे। मुंबई में चल रहे 141वें आईओसी सत्र में क्रिकेट को आधिकारिक तौर पर ओलंपिक खेल के रूप में शामिल किए जाने पर नीता अंबानी ने कहा, "एक आईओसी सदस्य, एक गौरवान्वित भारतीय और एक क्रिकेट प्रशंसक के तौर पर मुझे खुशी है कि आईओसी सदस्यों ने, लॉस एंजेलिस ग्रीष्मकालीन ओलंपिक 2028 में क्रिकेट को शामिल करने के लिए वोट किया।"
क्रिकेट सन 1900 में ओलंपिक में खेला गया था तब केवल दो टीमों ने भाग लिया था। अम्बानी ने कहा, “क्रिकेट विश्व स्तर पर सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले खेलों में से एक है और दूसरा सबसे ज्यादा देखा जाने वाला खेल है। 1.4 अरब भारतीयों के लिए, क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, एक धर्म है!”
इतिहास में ऐसा दूसरी बार है जब आईओसी सत्र भारत में आयोजित किया जा रहा है, 40 साल बाद इसकी देश में वापसी हो रही है। क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल करने का ऐतिहासिक निर्णय, भारत में लिया गया है। नीता अंबानी ने कहा, "मुझे खुशी है कि यह ऐतिहासिक प्रस्ताव हमारे देश में, मुंबई में हो रहे एक सौ इकतालीसवें आईओसी सत्र में पारित किया गया।"
नीता अंबानी ने उम्मीद जताई कि इस घोषणा से दुनिया भर में खेलों की लोकप्रियता काफी बढ़ जाएगी। “ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने से नए भौगोलिक क्षेत्रों में ओलंपिक आंदोलन को लेकर गहरा जुड़ाव पैदा होगा। और साथ ही क्रिकेट की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता को भी बढ़ावा मिलेगा।”
आईओसी सदस्य बनने वाली पहली भारतीय महिला नीता अंबानी ने इस दिन को भारत के लिए बहुत खुशी का दिन बताया। उन्होंने कहा, “मैं इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए आईओसी और लॉस एंजेलिस आयोजन समिति को धन्यवाद और बधाई देती हूं। यह सचमुच बहुत खुशी और उल्लास का दिन है!”
ओलंपिक में शामिल होने से क्रिकेट का होगा वैश्विक विस्तार
बेंगलुरू. करीब ढाई अरब से अधिक प्रशंसक और दिन दूनी रात चौगुनी गति से बढता टीवी राजस्व। आंकड़ों की दृष्ट से क्रिकेट भले ही फुटबॉल के बाद सबसे लोकप्रिय वैश्विक खेल लगता हो लेकिन सही मायने में इसका विस्तार राष्ट्रमंडल देशों तक ही हो पाया है। इसमें भी भारत क्रिकेट की धुरी रहा है। अब 2028 लॉस एंजिलिस खेलों में टी20 क्रिकेट की वापसी से खेल और व्यवसाय दोनों लिहाज से फायदा नजर आ रहा है।
ओलंपिक क्रिकेटरों को ऐसा मंच देगा जो शायद विश्व कप से भी बड़ा होगा। ओलंपिक पदक गले में पहने पोडियम पर खड़े होकर राष्ट्रगान सुनने पर जो गौरव अनुभव होता है, उससे क्रिकेट अभी तक वंचित रहे हैं। कैरेबियाई राष्ट्रीय ओलंपिक समितियों के संघ के अध्यक्ष कीथ जोसेफ ने कहा, ‘‘ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किया जाना शानदार खबर है। इससे क्रिकेट की वैश्विक छवि बनेगी।' उन्होंने लॉस एंजिलिस खेलों में क्रिकेट को शामिल किये जाने के आईसीसी के प्रयासों का पुरजोर समर्थन किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘टी20 युवा दर्शको को लुभाता भी है। अमेरिका 2024 में टी20 विश्व कप का सह मेजबान है जो ओलंपिक से पहले खेल की लोकप्रियता बढाने में मददगार होगा।'' वैसे यह सोचना गलत है कि महज ओलंपिक में शामिल होने से क्रिकेट फुटबॉल की तरह लोकप्रिय हो जायेगा। आईसीसी महिला और पुरूष टी20 रैंकिंग में क्रमश: 66 और 87 देश हैं जबकि फीफा पुरूष टीम रैंकिंग में 207 और महिला वर्ग में 186 देश हैं। वैसे टी20 प्रारूप अफ्रीका, यूरोप और लातिन अमेरिका तक पहुंच गया है।
बीसीसीआई के एक अनुभवी प्रशासक ने कहा, ‘‘क्रिकेट को वैश्विक दर्शकों तक ले जाने के लिये यह पहला कदम है। अमेरिका बड़ा बाजार है और वहां उपमहाद्वीप के काफी लोग हैं। वैसे क्रिकेट को अभी लॉस एंजिलिस खेलों में ही शामिल किया गया है। उम्मीद है कि इसे ब्रिसबेन (2032) में भी शामिल किया जायेगा क्योंकि आस्ट्रेलिया में क्रिकेट काफी लोकप्रिय है।'' वैसे क्रिकेट की राह में काफी अड़चनें हैं। अधिकारी और खिलाड़ी आईओसी, आइ्रओए और वाडा के कई प्रावधानों का पालन नहीं करना चाहते जिनमें रहने के ठौर ठिकाने की जानकारी देने का प्रावधान शामिल है।