दमोह
हर चमकीली चीज सोना नहीं होती यह हमारे बुजुर्गों ने ही कहा है और इसी तरह की एक कहावत दमोह जिले के बटियागढ़ थाना के धोराज गांव में मछली पकड़ने गए युवक के साथ चरितार्थ हुई।
गांव में हल्ला हो गया कि एक युवक के मछली के जाल में सोने का घोड़ा फंस गया। यह बात आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। जानकारी होते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जांच पड़ताल कराई गई तो वह सोने का घोड़ा पीतल निकला, जिसके बाद पुलिस वापस हो गई।
पूरा मामला बटियागढ़ तहसील के ग्राम पंचायत धोराज का है। यहां नन्हे भाई नामक युवक प्रतिदिन की तरह गुरुवार को भी सुनार नदी में मछली पकड़ने गया था। जैसे ही जाल को नदी में फेंका और वजनदार होने पर उसे खींचना शुरू किया तो उसमे पीतल का घोड़ा फंस कर आया। घोड़े को देखते ही नन्हे भाई ने भी समझा कि यह सोने का हो सकता है और नदी में कहीं फंसा होगा जो बाहर आ गया। यह सोचते हुए वह घोड़े को गांव में लेकर आया तो पूरे गांव में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया कि नदी से एक सोने का घोड़ा निकला है।
ग्रामीण भी बड़ी संख्या में उस युवक के पास पहुंचे। जब किसी सुनार से पता करवाया तो वह पीतल का घोड़ा निकला। केरबना चौकी प्रभारी पवन तिवारी ने बताया कि मुझे ग्रामीण ने फोन पर सूचना दी थी कि यहां पर मछली के जाल में सोने का घोड़ा फंसा है, लेकिन जब वहां जाकर देखा तो पीतल का घोड़ा पाया गया है। धोराज गांव के रोजगार सहायक रामसिंह लोधी का कहना है कि गांव का एक युवक नन्हे भाई रैकवार सुनार नदी में मछली पकड़ने के लिए गया था तो उसके जाल में एक घोड़ा फंस गया था जो सोने का बताया जा रहा था, लेकिन बाद में पता चला कि वह पीतल का है।