जबलपुर
भारतीय दंड विधान के अपराधों के ग्राफ में पिछले 9 माह में गिरावट आई है। इन नौ माह में तीन माह जिले की कमान एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने संभाली तो 6 माह एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने जिले के पुलिस कप्तान के रूप में काम किया। जनवरी से सितंबर तक के जारी आकंड़ों में हत्या से लेकर लूट और रेप तक मामलों में कमी आई है। जिससे साफ जाहिर होता है कि बीते वर्षों में पुलिसिंग बेहतर हो रही है।
खास बात यह है कि बीते दो-तीन सालों में संगठित अपराध, गैंगवार की भी ऐसी कोई विशेष घटना नहीं हुई, जिससे शहर की शांति भंग हुई हो। पुलिस ने लगातार गुंडे-बदमाशों, नशे के सौदागरों, अवैध कब्जेधारियों की कमर तोड़ने का काम किया है। जानकारी के मुताबिक 1 जनवरी 2023 से 30 सितंबर 2023 तक हत्या के 50, लूट के 25,अपहरण के 402,गृहभेदन के 266,चोरी के 213,बलात्कार के 174, छेड़छाड़ के 260, बलवा के 26 और अन्य भादवि 8622 (कुल 8622) प्रकरण दर्ज हुए हैं।
ऑपरेशन शिकंजा ने दिलाई राहत
एसपी तुषारकांत विद्यार्थी ने गुंडे-बदमाशों के खिलाफ ऑपरेशन शिकंजा की शुरूआत की, जिससे अपराधों में भारी गिरावट आई। अपराधियों में भय सताने लगा कि कभी भी उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इस ऑपरेशन के तहत लगातार गिरफ्तारियां भी हुई। जिससे आम जन सहित महिलाओं ने राहत की सांस ली।