जयपुर.
राजस्थान में बसपा ने दो और उम्मीदवार घोषित कर दिए है। बांदीकुई से भवानी सिंह गुर्जर और सादुलपुर राजगढ़ से मनोज न्यांगली को टिकट दिया गया है। इससे पहले पार्टी 10 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। बता दें बसपा ने गत चुनाव में 6 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि एक दर्जन से अधिक सीटों पर प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे। बसपा प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने बताया कि उनकी पार्टी राजस्थान में किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी। पार्टी सभी 200 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतारेगी।
दौसा में पायलट का प्रभाव माना जाता है
बसपा ने दौसा जिले की बांदीकुई से गुर्जर प्रत्याशी को टिकट देर सचिन पायलट समर्थक विधायक जीआर खटाणा की टेंशन बढ़ा दी है। जीआर खटाणा पायलट के कट्टर समर्थक माने जाते है। हाल ही में पायलट ने बांदीकुई में खटाणा के पक्ष में बड़ी रैली भी आयोजित की थी। दौसा जिला सचिन पायलट के प्रभाव वाला माना जाता है। लेकिन मायावती ने गुर्जर प्रत्याशी उतारकर कांग्रेस के सियासी समीकरण बिगाड़ दिए है।
दौसा जिले की सबसे चर्चित सीट है बांदीकुई
दौसा जिले की बांदीकुई विधानसभा सीट सबसे चर्चित सीट मानी जाती है। विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस के जीआर खटाणा ने जीत हासिल की थी। राजस्थान की राजनीति में खटाणा को सचिन पायलट का खास विधायक माना जाता है। दरअसल, खटाणा को कांग्रेस का टिकट दिलाने में भी सचिन पायलट की ही भूमिका रही थी। जब सचिन पायलट ने 2020 में सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत की तो खटाणा ने पायलट का ही साथ दिया था। बांदीकुई का जातीय समीकरण कांग्रेस के पक्ष में रहता आया है, लेकिन बसपा ने गुर्जर प्रत्याशी को उताकर कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। बता दें बसपा से गहलोत सरकार के मंत्री मुरारी लाल मीना विधायक रह चुके हैं। लेकिन बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए गए थे। मतलब बांदीकुई में बसपा का प्रभाव रहा है।