हजारीबाग.
झारखंड के हजारीबाग हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने सोमवार को बताया कि 271 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। घटना रविवार रात पेलावल इलाके में हुई, जब बजरंग दल कार्यकर्ताओं से भरी बस रांची में एक कार्यक्रम से लौट रही थी।
हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक मनोज रतन चोथे ने कहा कि जब बस एक मस्जिद के पास रुकी तो उन्होंने कथित तौर पर 'जय श्री राम' के नारे लगाने शुरू कर दिए और कुछ आपत्तिजनक नारे भी लगाए।
भीड़ ने बनाया बस को निशाना
इसके बाद कथित तौर पर भीड़ ने बस को निशाना बनाकर पथराव किया। उन्होंने बताया कि हिंसा में बजरंग दल के कम से कम 10 कार्यकर्ता घायल हो गए। चोथे ने बताया कि पेलावल थाने में 271 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। एफआईआर में 71 लोगों को नामित किया गया था, जबकि बाकी अज्ञात थे। उन्होंने कहा कि फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है, साथ ही हिंसा को और भड़कने से रोकने के लिए इलाके में गहन पुलिस गश्त जारी है। वहीं घटना के संबंध में उन्होंने बताया कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
उपायुक्त नैंसी सहाय ने कहा कि सरकार इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। एसपी ने बताया कि समय पर पुलिस के पहुंचने से स्थिति नियंत्रित हो गयी। बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के युवा शाखा बजरंग दल ने अगले साल जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले लोगों को अनुष्ठान के लिए आमंत्रित करने के लिए रविवार को रांची में चार 'शौर्य जागरण यात्राएं' निकालीं। रातू रोड के पहाड़ी मंदिर, चुटिया के मंडा मैदान, बड़गाईं के पंचमुखी हनुमान मंदिर और रातू गढ़ से निकाले गये जुलूस में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए। शहर के विभिन्न इलाकों से गुजरते हुए कार्यकर्ता प्रभात तारा मैदान पहुंचे।