नई दिल्ली.
अगर आप भी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) पर सफर करते हैं तो अब सावधान हो जाइए। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर रोजाना 500 से अधिक वाहन तय गति सीमा से अधिक रफ्तार से दौड़ाए जा रहे हैं, जो हादसों की एक बड़ी वजह यह भी है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकारण (एनएचएआई) द्वारा किए अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है।
एनएचएआई ने अब मुंबई एक्सप्रेसवे पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए व्हीकल स्पीड डिटेक्शन सिस्टम से ऐसे वाहन चालकों की पहचान करने का फैसला लिया है। हरियाणा पुलिस से जानकारी साझा की जाएगी। इसके बाद उन वाहन चालकों पर कार्रवाई की जाएगी। एनएचआई के अधिाकरी हरियाणा पुलिस के सिस्टम के साथ अपनी प्रणाली को एकीकृत करने की तैयारी कर रहे हैं। एक्सप्रेसवे पर नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों की जानकारी सीधा हरियाणा पुलिस के पास पहुंचेगी। पुलिस नियमानुसार चालान की कार्रवाई करेगी।
मुंबई एक्सप्रेसवे पर हो रहे हादसों पर चिंता जाहिर करते हुए एनएचएआई ने आईजी ट्रैफिक को पत्र भी लिखा था, जिस पर आईजी ट्रैफिक ने एक्सप्रेसवे का निरीक्षण कर जानकारी हासिल करने के बाद सिस्टम को एकीकृत करने पर जोर दिया है। जल्द ही सिस्टम को एकीकृत किया जाएगा,जबकि चालान काटने का अधिकार एनएचएआई के पास नहीं हैं।
नूंह में दुर्घटनाएं ज्यादा हो रहीं
एनएचएआई के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर नूंह में किलोमीटर 50 से 73 के बीच में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं। इन इलाके में दुर्घटना होने का सबसे बड़ा कारण तेज रफ्तार में वाहन चलाना है। अवैध रूप से ट्रकों की पार्किंग भी हादसों का बड़ा कारण है। ऐसे में हादसे न हो, इसके लिए वाहन चालकों को जिम्मेदारी से नियमों का पालन करते हुए वाहन चलाना भी जरूरी है।
इस वर्ष हुए बड़े हादसे
02 अक्टूबर को रिठौज गांव के नजदीक सड़क हादसे में पिता-पुत्र की मौत, पांच लोग घायल हुए
05 अक्टूबर को कोलगांव के नजदीक भैंसों से लदे वाहन में टक्कर में दो लोगों की मौत। छह भैंस भी मरीं
06 सितंबर को उजीना के नजदीक मर्सिडीज और टैंकर की टक्कर से मर्सिडीज सवार की मौत
कई वाहनों की गति दो सौ के पार
हादसों को देखते हुए एनएचएआई ने 20 दिनों तक एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले वाहनों पर निगरानी की। उसमें सामने आया कि एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले वाहनों में से 500 के लगभग चालक तय गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटे से भी तेज रफ्तार में गाड़ियां चलाते हैं। एक्सप्रेसवे पर रोजाना नियमों का उल्लंघन का यह औसत है। 20 दिन में 40 ऐसे वाहन चालक भी मिले, जो एक्सप्रेसवे पर 240 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक वाहनों को दौड़ाया। इनमें रेंज रोवर, मर्सिडिज, बीएमडब्ल्यू, फरारी, राल्स रॉय सहित अन्य लग्जरी कारें शामिल हैं।
20 दिन का अध्ययन किया –
''मुंबई एक्सप्रेसवे पर 20 दिन का अध्ययन किया। इसमें सामने आया कि रोज 500 से ज्यादा चालक तय गति सीमा से अधित रफ्तार में वाहन चलाते हैं। ऐसे में पुलिस से भी सख्ती बरतने को कहा है।''
– मुकेश कुमार मीणा, परियोजना निदेशक एनएचएआई दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे,