ग्वालियर
ग्वालियर के पड़ाव स्थित कांती नगर में कांग्रेस से जुड़े बन्हेरी गांव के सरपंच विक्रम सिंह रावत को सोमवार को दिनदहाड़े गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। बाइक और एक्टिवा पर सवार पांच नकाबपोश हत्यारों ने एक के बाद एक 11 गोलियों से सरपंच का शरीर छलनी कर दिया।
सरेराह दिल दहला देने वाली वारदात को महज 52 सेकंड में हत्यारों ने अंजाम दिया। हत्यारों ने 315 बोर के कट्टे और 32 बोर की पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। उन्होंने सांस थमने के बाद भी सरपंच के सिर में तीन और पीठ में एक गोली मारी। वारदात रेकी कर की गई। जैसे ही सरपंच कार से उतरे और पिछला दरवाजा दस्तावेज निकालने के लिए खोला, तभी हमला हुआ।
ढाई साल पहले चचेरे भाई राम निवास रावत की हत्या में सरपंच मुख्य गवाह थे और आरोपितों की जमानत रद करवाने के सिलसिले में वकील प्रशांत शर्मा से मिलने गए थे। वकील के घर के नीचे ही उनकी हत्या कर दी गई। उधर, सरपंच के आक्रोशित स्वजनों ने पहले एसपी आफिस पर चक्का जाम किया और इसके बाद बन्हेरी में आरोपित व रिश्तेदारों के 26 घरों में आग लगा दी।
गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। पुलिस ने पुष्पेंद्र रावत, अतेंद्र रावत, बंटी रावत, मुकेश रावत व दो अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। बताया जाता है कि आरोपित मुकेश रावत इंदौर में कर्मचारी भविष्य निधि आयुक्त-2 के पद पर है।
15 ट्रैक्टर, 10 दोपहिया गाड़ियां भी फूकीं
हत्या से गुस्साए स्वजनों ने ग्वालियर पुलिस की लापरवाही को वारदात का जिम्मेदार ठहराया और एसएसपी आफिस के बाहर चक्काजाम कर दिया। यहां के बाद स्वजन और मृतक के रिश्तेदार बन्हेरी गांव पहुंचे और आरोपित व उनके रिश्तेदारों के घर व गाड़ियों में आग लगा दी। 26 से ज्यादा घरों में आग लगा दी गई। करीब 15 ट्रैक्टर, 10 दोपहिया गाड़ियां जलाईं और तोड़फोड़ की। इस घटना के बाद यहां भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। आरोपित और इनके रिश्तेदार गांव छोड़कर भाग गए हैं।