नई दिल्ली
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि शुद्ध शून्य कॉर्बन उत्सर्जन का 2070 का लक्ष्य 'कुछ अधिक दीर्घकालिक' है। उन्होंने संकेत दिया है कि देश इस लक्ष्य को समय से पहले हासिल कर सकता है। शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य के तहत भारत को 2070 तक शतप्रतिशत अक्षय ऊर्जा की ओर स्थानांतरित होना है।
पुरी ने सोमवार को यहां 26वीं ऊर्जा प्रौद्योगिकी बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ''2070 तक हमारा शुद्ध शून्य लक्ष्य थोड़ा अधिक लंबा है।'' उन्होंने कहा कि भारत तेजी से ऊर्जा बदलाव की दिशा में आगे बढ़ रहा है। गेल, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और अन्य ने ऊर्जा बदलाव के लिए 2035 से 2040 का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि भारत में ऊर्जा बदलाव पहले जीवाश्म आधारित से स्वच्छ ईंधन और फिर नवीकरणीय ऊर्जा की ओर होगा।
इजराइल-फलस्तीन संघर्ष पर उन्होंने कहा कि इस तरह के संकट ऊर्जा को जैव ईंधन, नवीकरणीय ऊर्जा आदि की ओर तेजी से ले जाते हैं। इजराइल पर हमास के उग्रवादियों ने हमला किया था और तब से दोनों पक्षों में संघर्ष छिड़ा हुआ है जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो चुकी है। पुरी ने पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन ओपेक द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अगले दो दशक में दुनिया में ऊर्जा की मांग का 25 प्रतिशत भारत से आएगा।