नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार की ओर से ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का आयोजन किया गया था। इस समिट में दुनियाभर के कई दिग्गज उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया था। इस समिट में कई कंपनियों ने उत्तर प्रदेश में निवेश का ऐलान किया था। इस समिट में कुल 13 लाख करोड़ रुपए का निवेश आया था। अच्छी बात यह है कि योगी सरकार की इस मुहिम को बड़ी सफलता मिलती दिख रही थी। ग्लोबल बिजनेस समिट के लिए 13 लाख करोड़ के संशोधित लक्ष्य के सापेक्ष प्रस्तावित निवेश का आंकड़ा 6.37 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। यानि योगी सरकार ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए कुल तय लक्ष्य का तकरीबन 50 फीसदी निवेश प्राप्त कर चुकी है।
ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की शुरुआत दीपावली के बाद की जाएगी। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए 5.20 लाख करोड़ रुपए के निवेश को प्रदेश सरकार की ओर से तकरीबन अंतिम रूप दिया जा चुका है। इसमे कुल 1370 कंपनियां शामिल होंगी। अहम बात यह है कि यह वो कंपनियां हैं जिन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में सरकार के साथ कोई करार नहीं किया था। जानकारी के अनुसार इन कंपनियों के जरिए 64631 करोड़ रुपए का निवेश आ रहा है। बता दें कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 25 हजार से अधिक कंपनियों ने हिस्सा लिया था, इन कंपनियों से 35 लाख करोड़ रुपए का एमओयू साइन हुआ था। अब यह राशि बढ़कर 38.28 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है।
सरकार की ओर से लक्ष्य रखा गया है कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए एक तिहाई से अधिक का निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतारा जाएगा। अब तक जिन कंपनियों का चयन हुआ है अगर वह जमीन पर उतरा है तो 18 लाख रोजगार का सृजन हो सकता है। बता दें कि सबसे अधिक निवेश आईटी सेक्टर, आवास, खाद्य संस्करण में हुआ है। कृषि विभाग में कुल प्रस्तावित निवेश 110.77 करोड़ रुपए जबकि आईटी सेक्टर में 47822 करोड़ रुपए, अतिरिक्त ऊर्जा में 74637 करोड़ रुपए, ऊर्जा विभाग में 30530 करोड़ रुपए, उच्च शिक्षा में 50986 करोड़ रुपए रुपए का प्रस्तावित निवेश आने की संभावना है।