जयपुर
राजस्थान में चुनाव का बिगुल बज चुका है। चुनाव आयोग ने राजस्थान समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने तारीखों का ऐलान कर दिया। राजस्थान की सभी 200 सीटों पर एक चरण में वोटिंग होगी। राजस्थान में 23 नवंबर को मतदान होगा और 3 दिसंबर को रिजल्ट आएगा। 30 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की जाएगा। 6 नवंबर को नामांकन की आखिरी तारीख है तो 7 नवंबर को स्क्रूटनी की जाएगी। 9 नवंबर तक प्रत्याशी अपना नामांकन वापस ले सकते हैं।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि राजस्थान में 5.25 करोड़ कुल वोटर्स हैं, जिनमें से 2.73 करोड़ पुरुष वोटर्स हैं तो 2.52 करोड़ महिलाएं हैं। यहां 22.04 युवा मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि राजस्थान में कुल 51,756 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 10,415 शहरी क्षेत्रों में होंगे और 41,341 पोलिंग बूथ ग्रामीण इलाकों में बनाए जाएंगे। एक बूथ पर औसतन 1015 मतदाता होंगे।
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 सीट हैं और यहां सरकार बनाने के लिए 101 विधायकों का समर्थन चाहिए। कांग्रेस साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की वसुंधरा राजे सरकार को सत्ता से बेदखल करने में कामयब रही थी। राजस्थान में लंबे समय से 5-5 साल में सरकार बदलने की परंपरा रही है। ऐसे में कांग्रेस पर दबाव है कि वह इस रिवाज को बदलकर अपने राज को कायम रखे।
मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की साख दांव पर है। कांग्रेस भले ही अशोक गहलोत का चेहरा आगे रखकर प्रचार कर रही है, लेकिन सचिन पायलट का कहना है कि मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला चुनाव में जीत के बाद होगा।वहीं, भाजपा ने भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। भगवा दल ने पीएम मोदी और प्रदेश के नेताओं के सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है।