करवा चौथ के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लम्बी उम्र की कामना के लिए व्रत रखती हैं.यही वजह है कि हिंदू धर्म में करवा चौथ का खासा महत्व है. प्रत्येक साल करवा चौथ कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं पूरा दिन निर्जला व्रत रखकर प्रदोष काल में चंद्र को अर्ध्य देकर व्रत का पारण करती हैं. इस दिन अगर महिलाएं निर्जला व्रत रखकर चंद्र को अर्ध्य देती हैं, तो वैवाहिक जीवन हमेशा सुखमय रहता है. आइए जानते हैं कि इस साल करवा चौथ कब है और कौन सा शुभ योग बन रहा है.
हर साल करवा चौथ कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. इस साल 1 नवंबर (बुधवार) को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक व्रत रखती हैं. चंद्रोदय होते ही चंद्रमा को अर्ध्य देकर अपने पति को देखकर व्रत का पारण करती हैं. इससे वैवाहिक जीवन पर सकारात्मक असर पड़ता है. वहीं, इस दिन कथा सुनने की भी परंपरा है. अगर पति पत्नी साथ बैठकर कथा सुनें तो उनके रिश्ते अटूट हो जाते हैं. वहीं, इस साल के करवा चौथ में कई शुभ योग का भी निर्माण होने जा रहा है. इस दिन संकष्टी चतुर्थी का भी व्रत रखा जाएगा, जो कि बेहद दुर्लभ संयोग है.
करवा चौथ का शुभ मुहूर्त
इस साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 31 अक्टूबर (मंगलवार) की रात 10 बजकर 42 मिनट से होने जा रही है और समापन अगले दिन 1 नवंबर (बुधवार) की रात 9 बजकर 53 मिनट पर होगा. वहीं, उदयातिथि और चंद्रोदय को देखते हुए 1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा. वहीं, पूजा करने का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 12 मिनट से रात 8 बजकर 43 मिनट तक रहने वाला है.
करवा चौथ पर बन रहा शुभ संयोग
कई सालों के बाद करवा चौथ के दिन खास शुभ सहयोग बना रहा है. इस बार करवा चौथ के दिन शिववास भी है. इसके साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण होने जा रहा है. सबसे खास बात यह है कि इस साल करवा चौथ के दिन ही संकष्टी चतुर्थी का व्रत भी रखा जाएगा, जो कि करवा चौथ के महत्व और भी ज्यादा बढ़ा देता है. यानी इस साल करवा चौथ के दिन जो भी व्रत रखकर पूजा अर्चना करेगा, उनको भगवान शिव और गणेश का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा.