नाभि खिसकना बहुत ही आम समस्या है। इस समस्या में नाभि अपने जगह से खिसक जाती है और फिर में कई समस्याओं का कारण बनती है। मुख्य रूप से पेट के काम काज को प्रभावित करती है। दरअसल, नाभि खिसकने का सबसे बड़ा कारण अचानक से वजन उठाना। इसके अलावा अचानक से झुकना या फिर तेजी से सीढ़ी चढ़ना भी इस स्थिति का कारण बन सकती है। ऐसे में शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। पर लक्षणों को जानने से पहले आज हम जानेंगे कि नाभि खिसकने का पता कैसे लगाएं। बता दें कि ये तरीके बहुत पुराने हैं और दादी-नानी के जमाने से इस्तेमाल किए जाते रहें हैं।
नाभि में धड़कन महसूस करना, नाभि खिसकने को पहचानने का सबसे आसान तरीका माना जाता है। आपको करना ये है कि पीठ के बल समतल जगह पर लेट जाएं। अब हाथ के अंगूठे की सहायता से नाभि को दबाएं। अगर आपको नाभि में धड़कन महसूस होती है, तो आपकी नाभि सही है और अपनी जगह पर है। अगर आपको कोई धड़कन न महसूस हो तो इसका मतलब ये है कि ये अपनी जगह पर नहीं है।
अब आप दूसरा तरीका भी अपना सकते हैं। इसके लिए आपको नाभि से लेकर पैर के अंगूठे की दूरी मापना है। आपको करना है कि किसी धागे या रस्सी की सहायता से नाभि से लेकर पैर के अंगूठे की दूरी माप लें। इसके बाद दूसरे पैर के अंगूठे और नाभि की दूरी को मापें। अगर दोनों पैरों के अंगूठे की दूरी में थोड़ा भी फर्क है तो इसका मतलब है कि नाभि खिसक गई है।
नाभि खिसकने के लक्षणों में सबसे पहले पेट में ऐंठन हो सकती है। इसके अलावा पेट खराब हो सकता है। पेट में लगातार दर्द रह सकता है या फिर आपको दस्त, कब्ज और मतली हो सकती है। ऐसे में आपको डॉक्टर दिखाना चाहिए या फिर जिसका नाभि बिठाना आता है उससे बिठवा लें। पर इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।