भारतीय महिला रिकर्व टीम को कांस्य पदक
हांगझोउ
भारतीय तीरंदाजों ने एशियाई खेलों के रिकर्व वर्ग में शुक्रवार को यहां पदक के 13 साल के इंतजार को खत्म किया जब अंकिता भकत, सिमरनजीत कौर और भजन कौर की तिकड़ी ने वियतनाम को हराकर कांस्य पदक जीता।
भारत की पांचवीं वरीय जोड़ी ने कांस्य पदक के मुकाबले में डो थी आन एनगुएट, एनगुएन थी थान नी और हाओंग फुओंग थाओंग की वियतनाम की टीम को 6-2 (56-52, 55-56, 57-50, 51-48) से हराया।
मौजूदा एशियाई खेलों में यह भारत का रिकॉर्ड सातवां पदक है। भारत पहले ही कंपाउंड वर्ग की मिश्रित, पुरुष और महिला स्पर्धाओं में तीन टीम स्वर्ण पदक जीत चुका है।
अभिषेक वर्मा और ओजस देवताले कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग के फाइनल में एक-दूसरे से भिड़ेंगे जिससे भारत के दो और पदक पक्के हैं।
ज्योति सुरेखा वेन्नम भी महिला कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग के फाइनल में पहुंच चुकी है जिससे उनका भी एक पदक सुनिश्चित है।
ग्वांग्झू 2010 खेलों के बाद एशियाई खेलों में ओलंपिक वर्ग की तीरंदाजी स्पर्धा में यह भारत का पहला पदक है।
एशियाई खेलों के रिकर्व वर्ग में भारत ने पिछला पदक 2010 में जीता था जब व्यक्तिगत रजत पदक के अलावा देश ने पुरुष और महिला टीम स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीते थे।
भारत ने क्वार्टर फाइनल में पांचवें वरीय जापान को 6-2 (53-49, 56-54, 53-54, 54-51) से हराया था लेकिन तोक्यो ओलंपिक चैंपियन दक्षिण कोरिया के खिलाफ सेमीफाइनल में टीम को 2-6 (54-56, 54-57, 57-55, 52-57) से शिकस्त झेलनी पड़ी।
भारत के पास दोबारा ओलंपिक स्वर्ण जीतने का अच्छा मौका : जफर इकबाल
श्रीनगर
दिग्गज हॉकी खिलाड़ी जफर इकबाल ने यहां कहा कि एशियाई खेलों में खेल रही भारतीय हॉकी टीम पिछले कई वर्षों में देश की सर्वश्रेष्ठ टीम में से एक है और फिर से ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने की अच्छी संभावना है।
भारतीय पुरुष टीम ने 2021 में तोक्यो खेलों में जर्मनी पर 5-4 से जीत के साथ कांस्य पदक जीतकर 41 साल के ओलंपिक पदक के सूखे को खत्म किया था।
जफर ने गुरुवार को यहां संवाददाताओं से कहा, ''हम 2024 ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की प्रक्रिया में हैं। हमने मजबूत कोरियाई टीम के खिलाफ सेमीफाइनल जीता और अब हमारे पास स्वर्ण पदक जीतने और 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने का बहुत अच्छा मौका है।''
उन्होंने कहा, ''मुझे यकीन है कि भारत के पास फिर से (ओलंपिक) पदक जीतने का अच्छा मौका है क्योंकि तोक्यो ओलंपिक में हम कांस्य पदक विजेता थे। हमने बहुत अच्छी टक्कर दी और हमने देश के लिए पदक जीता।''
वह यहां गुरू हरगोबिंद साहिब हॉकी टूर्नामेंट के तीसरे सत्र के फाइनल मैच में मुख्य अतिथि के रूप में आये थे।
मॉस्को ओलंपिक 1980 की स्वर्ण पदक विजेता टीम के सदस्य जफर ने कहा कि भारत एशियाई खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन कर रहा है।
उन्होंने कहा, ''2018 खेलों में जो लक्ष्य था उसे हम पहले ही पार कर चुके हैं, हम पहले ही 85 पदक पार कर चुके हैं, जिसकी उम्मीद नहीं थी। ऐसा केवल इसलिए है क्योंकि लोग हमारे देश में खेल संस्कृति विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।''
उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में खेलने वाली टीम सर्वश्रेष्ठ में से एक है।
जफर ने कहा, ''हॉकी हमारे देश के लोगों का खेल है और इस खेल ने इस देश को बहुत कुछ दिया है, आठ बार हम हॉकी में (ओलंपिक) स्वर्ण पदक विजेता थे। इसके अलावा हम रजत और कांस्य पदक विजेता भी थे। पिछले 80 वर्षों में किसी अन्य देश ने खेल को इतना कुछ नहीं दिया है।''
उन्होंने कहा, ''मुझे यकीन है कि अगर युवा खिलाड़ी एशियाई खेलों में खेलने वाली टीम की तरह खेलते हैं तो भारत का भविष्य बहुत अच्छा है। मेरा मानना है कि यह सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है। हमें उनके लिए प्रार्थना करनी चाहिए कि वे हमारे देश के लिए स्वर्ण पदक जीतें।''