लखनऊ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में इंडियन सोसाइटी ऑफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन एंड इम्यूनोहेमेटोलॉजी (आईएसबीटीआई), ट्रांसकॉन 2023 के 48वें वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि 17 सितम्बर 2023 से 02 अक्टूबर 2023 तक सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया गया, जिसके अन्तर्गत “रक्तदान-महादान कार्यक्रम में लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। सीएम ने कहा कि एक यूनिट ब्लड से कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में उत्तर प्रदेश सरकार ने बेहतर काम करके दिखाया है, जो लोगों के लिए एक मिसाल है।
सीएम ने कहा कि आज भी देश के अस्पताल में ब्लड की कमी है। ये सिर्फ जागरूकता की कमी के वजह से है, हम रक्तदान के बारे में आज भी लोगों को जागरूक नहीं कर पा रहे है। उन्होंने कहा कि हम आज टेक्नोलॉजी के माध्यम से हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। केजीएमयू देश के पुराने चिकित्तसा संस्थानों में से एक जहां पर 4000 बेड उपलब्ध है। सीएम ने कहा कि केजीएमयू ओपीडी में जितना मरीजो को इलाज होता है उतना कितने छोटे देशो की आवादी होगी। उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर बोलता है तो उसकी बात को गंभीरता से लोग सुनते है। आज कही न कही जागरुता के की कमी है।
अंग दान करके बचा सकते है जीवन: सीएम
सीएम योगी हम अंग दान करके किसी का जीवन बचा सकते है इसके बारे में भी जागरुपकता लाने की जरुत है। उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति की सड़क हादसे में मौत हो गई है हमरी संवेदनाए उसके साथ है, लेकिन उसके किसी अंग का उपयोग करके हम किसी की जान बचा सकते है, लेकिन जानकारी के अभाव में हम ऐसा नहीं कर पाते है। इस दिशा में हमे काम करने की जारुरत है।
क्या होता है अंगदान?
किसी व्यक्ति के शरीर का कोई अंग दान करना अंगदान कहलाता है। यह अंग किसी दूसरे व्यक्ति के शरीर में ट्रांसप्लांट किया जाता है। इसके लिए डोनर के शरीर से दान किए गए अंग को ऑपरेशन के द्वारा निकाला जाता है।
किन अंगों को किया जा सकता है दान?
शरीर के अंगों के अलावा ऊतकों को भी दान कर सकते हैं। शरीर के अंगों में यकृत, गुर्दे, अग्नाशय, हृदय,फेफड़े और आंत का दान किया जाता है। वहीं, शरीर के ऊतकों में कॉर्निया (आंख का भाग), हड्डी, त्वचा, हृदय वाल्व, रक्त वाहिकाएं, नस, कण्डरा और कुछ अन्य ऊतकों को भी दान कर सकते है।