नई दिल्ली
देश में इस समय लगातार डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं। बीते कुछ समय से अलग-अलग हिस्सों में इस गंभीर बीमारी के मामले बढ़ने की खबर आ रही है। डेंगू एक गंभीर बीमारी है, जो आमतौर पर मच्छरों के काटने से होती है। सही समय पर उचित इलाज न मिलने की वजह से यह जानलेवा तक साबित हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि समय रहते इसका उचित इलाज किया जाए। डेंगू को हड्डीतोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है। डेंगू में होने वाले बुखार को कम करने के लिए लोग अक्सर दवाई का इस्तेमाल करते हैं।
इस दौरान तेज बुखार, शरीर में दर्द या उल्टी जैसे लक्षण होने पर आमतौर पर मरीज को पैरासिटामोल दी जाती है। पैरासिटामोल को डेंगू के मरीजों के लिए सुरक्षित माना जाता है और बुखार जैसे अन्य संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद करता है। यह टैबलेट दर्द के कारण का इलाज नहीं करती, बल्कि दर्द को कम करती है। यही वजह है कि सिरदर्द, माइग्रेन और पीरियड्स आदि के दर्द के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
पैरासिटामोल के नुकसान-
हालांकि, लंबे समय तक इसका इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, किसी भी अन्य दवा की ही तरह, पैरासिटामोल खाने के भी दुष्प्रभाव होते हैं। पेरासिटामोल खाने के कुछ हानिकारक प्रभावों में नींद आना, थकान, चकत्ते और खुजली शामिल हैं। इसके अलावा लंबे समय तक इसे खाने से निम्न दिक्कतें भी हो सकती हैं।
थकान
सांस फूलना
उंगलियां और होंठ नीले पड़ जाना
एनीमिया
लिवर और किडनी को नुकसान
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर है, तो हृदय रोग और स्ट्रोक
पेट में दर्द
मतली
उल्टी
कोमा
डेंगू से बचाव के लिए अपनाए ये तरीके-
आमतौर पर मच्छर से फैलने वाली इस बीमारी से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े और फुल पैंट पहनें।
बाहर जाने पर मच्छर भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करें।
अपने आस-पास के वातावरण को साफ-सुथरा और रुके हुए पानी से मुक्त रखना भी महत्वपूर्ण है।
नियमित धूनी भी मच्छरों को दूर रखने में मदद कर सकती है।