जयपुर/धौलपुर.
विधानसभा क्षेत्र के दो निष्कासित भाजपा नेता लंबे समय के बाद भाजपा में फिर शामिल हो गए हैं। भाजपा नेता अकील अहमद के साथ उनकी बहन राबिया खान ने उत्तराखंड के मंत्री और जिला चुनाव प्रभारी धन सिंह रावत के सामने एक फिर भाजपा की सदस्यता ग्रहण ली। ये दोनों नेता वसुंधरा राजे गुट के माने जाते हैं।
भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर ने बताया कि नगर परिषद के चुनाव में अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष अकील अहमद के साथ उनकी बहन ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। जिसके बाद उन्हें पाटी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। अब एक बार फिर अकील अहमद और राबिया की भाजपा की सदस्यता ली है। इसे लेकर उन्होंने कहा कि निर्दलीय चुनाव लड़ने पर पार्टी ने भले ही उन्हें निष्कासित कर दिया हो, लेकिन शुरू से ही उनके विचारधारा भाजपा से जुड़ी हुई है। पार्टी के विजन और योजनाओं को देखते हुए घर वापसी की है।
वसुंधरा राजे के नजदीक माने जाते हैं भाई-बहन भाजपा नेता अकील अहमद और उनकी बहन राबिया खान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेहद नजदीक माने जाते हैं। पिछले नगर परिषद के चुनाव में दोनों को पार्टी का टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था। जिसके बाद से उन्हें पार्टी ने 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था। भाजपा नेता अकील अहमद और उनकी बहन राबिया खान बताया कि वह और उनके परिवार पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेहद प्रभावित हैं, जिसके कारण वे भाजपा में शामिल हुए हैं।