उज्जैन
देशभर में उज्जैन का महाकाल लोक चर्चित हो गया है, जिसके चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां आने लगे हैं। बाबा महाकाल के दर्शन के भी तमाम रिकॉर्ड टूट रहे हैं। वहीं अब श्रद्धालुओं को आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही है। कल 5 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान महाकाल लोक के दूसरे चरण का लोकार्पण करेंगे, जिसमें विशाल पार्किंग, यूनिटी मॉल और भक्त निवास के भूमिपूजन के साथ-साथ देश के सबसे हाईटेक तैयार अन्न क्षेत्र का लोकार्पण भी करेंगे। 25 करोड़ की लागत से महाकाल लोक परिसर के पास निर्मित इस अन्नक्षेत्र में एक दिन में एक लाख श्रद्धालुओं को भोजन करवाने की क्षमता है।
देश के बड़े गुरुद्वारों से लेकर तिरुपति बालाजी, शिर्डी व अन्य धार्मिक स्थलों पर अन्न क्षेत्र चल रहे हैं। उनकी जानकारी लेकर उज्जैन में सबसे बड़ा और अत्याधुनिक अन्नक्षेत्र त्रिवेणी संग्रहालय के सामने मौजूद वाहन पार्किंग के पास तैयार किया गया है। उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम और महाकाल मंदिर प्रशासक तथा उज्जैन विकास प्राधिकरण के सीईओ संदीप सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि 5 अक्टूबर से ही इस अन्न क्षेत्र की शुरुआत हो रही है। इंदौर के अग्रवाल परिवार ने बड़ी दान राशि इस अन्न क्षेत्र के लिए दी है। वहीं एक अन्य दानदाता, जिन्होंने अपना नाम गुप्त ही रखा। उन्होंने लगभग 7 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के हाईटेक किचन एक्यूपमेंट दिए हैं।
यह है हाईटेक किचन की खूबियां
सोनी के मुताबिक इस हाईटेक किचन के कारण एक वक्त में दो हजार से अधिक लोग भोजन प्रसादी प्राप्त कर पाएंगे और अगर एक दिन की क्षमता की बात करें तो हम एक लाख श्रद्धालुओं को भी भोजन प्रसादी उपलब्ध करवा सकते हैं। उसके मुताबिक किचन से लेकर सभी सुविधाएं जुटाई गई हैं।
25 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बने इस अन्न क्षेत्र में विशाल डाइनिंग रूम, वॉश एरिया, किचन, टॉयलेट्स, वेटिंग के साथ-साथ अति विशिष्ट लोगों यानी वीआईपी के लिए भी एक डाइनिंग हॉल बनाया गया है। फायर सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे के साथ ही तीन लिफ्ट लगाई गई है, जिनमें एक विशाल लिफ्ट किचन सामग्री लाने-ले जाने के लिए तैयार की गई है।
यहां पर जो मशीनें हैं वह सब्जी काटने, आटा गूंथने, छानने से लेकर दाल-चावल, सब्जी पकाने का काम ऑटोमैटिक तरीके से करती है, वहीं रोटी मेकर की भी विशाल मशीनें लगाई है, जो एक घंटे में दो हजार से अधिक रोटी बना देती है।
सब्जी और अन्य सामग्री धुलकर कोल्ड स्टोरेज में रखने की भी सुविधा है। वहीं भोजन परोसने के लिए स्टील की विशाल ट्रालियां भी बुलवाई गई हैं और ऑटोमैटिक डिश वॉटर प्लांट भी लगाया गया है। विदेश से यह मशीन बुलवाई है, जो कि अपने आप बर्तन साफ कर सुखाकर बाहर निकाल देगी। 40 हजार स्क्वेयर फीट से अधिक में यह अन्नक्षेत्र बनाया गया है और इसके किचन की क्षमता एक दिन में एक लाख श्रद्धालुओं के भोजन प्रसादी तैयार करने की है। पीने के पानी के लिए भी आरओ वॉटर सिस्टम रहेगा। देश में कहीं पर भी इतना हाईटेक अन्नक्षेत्र फिलहाल नहीं है।