रांची.
झारखंड के चतरा में लोन किश्त जमा करने वाले कर्मचारी की बदतमीजी से आहत होकर 17 साल की लड़की ने सुसाइड कर लिया। लड़की अपने भाई द्वारा लिए गए लोन की मासिक 585 रूपये की किश्त जमा करने माइक्रो फाइनेंस कंपनी के ऑफिस गई थी। इन्सटॉलमेंट जमा करने में देरी पर कलेक्शन कर्मचारी उस पर चिल्लाने और गाली देने लगा। ऑफिस में लोगों के सामने अपमान से आहत लड़की ने घर पहुंचकर जहर पी लिया।
घटना के बारे में पुलिस ने बताया कि शुरूआती जांच शुरू की गई है लेकिन अबतक परिजनों की तरफ से कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है। 25 हजार का लोन लड़की के भाई ने किश्त पर लिया हुआ था और इस महीने की किश्त देने में देर हो गई थी।
सूत्रों ने बताया कि लड़की के भाई ने करीब तीन महीने पहले कैस्पर माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 25 हजार रुपये का कर्ज लिया था। गांव के 20 और लोगों ने भी इस कंपनी से कर्ज लिया था, इसलिए कंपनी का एक कर्मचारी शुक्रवार को गांव में किस्त की रकम वसूलने आया था। सूत्रों ने बताया कि लेकिन लड़की का परिवार 585 रुपये की किस्त का भुगतान करने में विफल रहा क्योंकि उसका भाई घर पर नहीं था।
बाद में उसी दिन, लड़की पैसे जमा करने के लिए कंपनी के ऑफिस गई। जहां कर्मचारी सुनील कुमार पासवान ने कथित तौर पर उसका हाथ पकड़ा और गाली दी। अपमानित होकर वह घर लौट आई और देर रात जहर खा लिया। उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे हज़ारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रेफर कर दिया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
घटना के बाद पुलिस को सूचना दी गई। चतरा के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी अविनाश कुमार ने सोमवार को कहा कि उन्होंने यह पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है कि नाबालिग लड़की ने यह कदम क्यों उठाया। उन्होंने कहा, ''जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।'' स्थानीय पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी ने कहा कि अभी तक उन्हें लड़की के परिवार से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि वे प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मृतक परिवार की ओर से औपचारिक शिकायत का इंतजार कर रहे हैं।